शिक्षक, शिक्षामित्र को देर से मिलेगा वेतन

लखीमपुर। बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों को नए साल के पहले ही महीने वेतन व मानदेय देरी से मिल सकेगा। इसके पीछे मानव संपदा पोर्टल के काम न करने की वजह बताई जा रही है। हालांकि विभाग के अधिकारी बताते हैं कि जैसे ही पोर्टल काम करना शुरू करेगा वेतन जारी कर दिया जाएगा। 





बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों, कर्मचारियों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का वेतन अब मानव संपदा पोर्टल पर हर महीने उपस्थिति लॉक होने के बाद वेतन व मानदेय बिल जनरेट होता है। हर महीने की 25 तारीख तक स्कूलों को उपस्थिति लॉक करनी होती है। इसके बाद 28 तारीख तक बीआरसी स्तर से ब्लॉक के सभी शिक्षकों की उपस्थिति लॉक की जाती है। बीआरसी पर उपस्थिति लॉक होने के बाद वित्त एवं लेखाधिकारी के पास पहुंच जाती है। वित्त एवं लेखाधिकारी जांच करने के बाद 30 या 31 तारीख तक उपस्थिति लॉक करते हैं साथ ही वेत बिल जनरेट होकर ट्रेजरी पहुंच जाता है और एक या दो तारीख में शिक्षकों के खाते में वेतन पहुंच जाता है। इस बार 23 दिसम्बर से मानव संपदा पोर्टल काम नहीं कर रहा है। इससे न तो स्कूल स्तर से उपस्थिति लॉक हो पाई है और नही बीआरसी स्तर से। वहीं पोर्टल काम न करने से लेखाविभाग भी कुछ नहीं कर पा रहा है। ऐसे में नए साल के पहले महीने ही समय पर वेतन मिलने की उम्मीद कम है। वित्त एवं लेखाधिकारी हरिकेश बहादुर सिंह ने बताया कि पोर्टल चलते ही वेतन बिल जनरेट किया जाएगा। बताते चलें कि लेखा विभाग से करीब 9300 परिषदीय शिक्षकों को वेतन जारी होती है। उधर सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी सर्वशिक्षा अभियान गिरिजाशंकर पाण्डेय बताते हैं कि उनके यहां से करीब चार हजार शिक्षामित्र व आठ सौ अनुदेशकों को मानदेय दिया जाता है। पोर्टल काम न करने से मानदेय को उपस्थिति लॉक नहीं हो पाई है। इससे जनवरी में मानदेय मिलने में एक-दो दिनों की देरी हो सकती है।