प्रदेश सरकार ने आईपीएस अफसरों को नए साल पर प्रोन्नति का तोहफा दिया है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में सोमवार को हुई विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक में कुल 65 आईपीएस अफसरों को इसका लाभ देने के प्रस्ताव पर मुहर लगी। इसमें उच्चतर रैंक में प्रोन्नति पाने वालों से लेकर सेलेक्शन ग्रेड पाने वाले तक शामिल हैं।
बैठक में वर्ष 1990, 1991, 1992 व 1993 बैच के आईपीएस अफसरों को डीजी रैंक प्रोन्नति देने का प्रस्ताव फिलहाल स्थगित कर दिया गया। इस बैच के अफसरों को पद रिक्त होने पर वरिष्ठता क्रम से डीजी रैंक के पद पर प्रोन्नति मिलनी है। इसी तरह वर्ष 1998 बैच के सात आईपीएस अफसरों को एडीजी, वर्ष 2005 बैच के नौ आईपीएस अफसरों को आईजी तथा वर्ष 2009 बैच के 13 आईपीएस अफसरों को डीआईजी रैंक में प्रोन्नति देने का फैसला किया गया। वर्ष 2010 बैच के 36 आईपीएस अफसरों को सेलेक्शन ग्रेड देने का फैसला किया गया है।
वर्ष 1990 बैच के यूपी में कार्यरत छह आईपीएस अफसरों संदीप सालुंके, रेणुका मिश्रा, बीके मौर्या, एसएन साबत, अविनाश चंद्रा व डॉ. संजय एम. तरडे को पहले ही डीजी पद पर प्रोन्नत किया जा चुका है। अब इसी बैच के एमके बशाल, तनुजा श्रीवास्तव, एसके माथुर, अंजू गुप्ता, सुभाष चंद्रा और प्रशांत कुमार प्रथम की भी डीजी रैंक में प्रोन्नति होनी है। माना जा रहा है कि वर्ष 2023 में डीजी रैंक में खाली होने वाले पदों पर इसी बैच के अफसरों को प्रोन्नति का पद मिल सकेगा। वर्ष 1998 बैच के आईजी रैंक में कार्यरत साथ आईपीएस अफसरों भगवान स्वरूप, अमित चंद्रा, पीयूष मोर्डिया, एसके भगत, बीडी पाल्सन, के. सत्यनारायण व पद्मजा चौहान को एडीजी रैंक में प्रोन्नति दी गई है।