लखनऊ (सुधीर कुमार सिंह) । बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग में 20 साल पहले 2003 में संविदा पर हुई नियुक्तियों में घोटाले में लीपापोती करने वाले आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी है। इसमें 63 सीडीपीओ, 353 मुख्य सेविका और 294 पदों पर चपरासियों की नियुक्ति की गई थी।
इस मामले में नवनियुक्ति निदेशक सरनीत कौर ब्रोका ने
नियुक्ति संबंधित फाइल सतर्कता विभाग को उपलब्ध न कराने वाले लिपिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी कर दिए हैं।
इस प्रकरण से संबंधित पत्रावली उपलब्ध कराने के लिए गृह विभाग अब तक आईसीडीएस निदेशालय को एक दर्जन से अधिक अनुस्मारक पत्र लिख चुका है, लेकिन निदेशालय द्वारा पत्रावली नहीं उपलब्ध कराई गई। इसी प्रकार सतर्कता विभाग भी निदेशाल को पत्रावली के लिए 9 पत्र लिख चुका है। लेकिन निदेशालय के कुछ अधिकारी और बाबू मिलकर इससे संबंधित फाइल को दबा रखा है। सतर्कता विभाग के 11वें अनुस्मारक पत्र के जवाब में मौजूदा निदेशक ने 17 सितबंर 2019 को एक पत्र शासन को भेजा था, जिसमें नियुक्ति से संबंधित एक भी अभिलेख निदेशालय में उपलब्ध नहीं होने की बात भी कही गई थी।