लखनऊ। अब सूबे के प्राइमरी और जूनियर स्कूलों के बच्चों को त्रैमासिक और अर्द्ध वार्षिक नहीं देनी होगी। बच्चे सीधे वार्षिक परीक्षा देंगे। फरवरी के आखिर में वार्षिक परीक्षा प्रस्तावित है। बच्चों की दक्षता परखने के लिए निपुण लक्ष्य मूल्यांकन और लर्निंग आउट कम परीक्षा होगी। इसके अलावा अन्य गतिविधियों की मदद से बच्चों का मूल्यांकन होगा।
परिषदीय स्कूलों में अभी तक सितम्बर में त्रैमासिक और नवम्बर के आखिर में अर्द्ध वार्षिक करायी जाती थी। शैक्षिक सत्र 2022-23 में शासन ने प्राइमरी और जूनियर स्कूलों के बच्चों को कॉन्वेंट की तरह दक्ष बनाने के लिए पाठ्यक्रम के साथ ही निपुण लक्ष्य और लर्निंग आउट कम समेत कई अन्य गतिविधियां शुरू की गईं। यह पाठ्यक्रम ऐप और पीडीएफ के जरिए शिक्षकों उपलब्ध कराया जा रहा है। बच्चों के मूल्यांकन के लिए ओएमआर शीट के जरिए निपुण लक्ष्य और लर्निंग आउट कम परीक्षा शुरू की गई है। इन्हीं गतिविधियों के चलते विभाग ने त्रैमासिक और अर्द्ध वार्षिक परीक्षा को फिलहाल के लिए टाल दिया है। इस मामले में बीएसए अरुण कुमार का कहना है कि उच्च अधिकारियों से जानकारी मिली है कि प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में त्रैमासिक और अर्द्ध वार्षिक परीक्षा नहीं होगी। अब सीधे वार्षिक परीक्षा होगी। फरवरी के आखिर में यह परीक्षा होगी।
अब प्राइमरी स्कूलों के बच्चे सीधे देंगे वार्षिक परीक्षाप्राइमरी स्कूलों की संख्या है, राजधानी में, प्रदेश में 111599
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करोड़ से अधिक बच्चों की संख्या यूपी में, लखनऊ में दो लाख से अधिक बच्चे हैं
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● त्रैमासिक और अर्द्ध वार्षिक परीक्षा नहीं होगी
● बच्चों के मूल्यांकन के लिए निपुण लक्ष्य और लर्निंग आउट कम परीक्षा आयोजित होगी
● प्रदेश में एक लाख 11 हजार 599 परिषदीय स्कूलों में करीब दो करोड़ बच्चे पंजीकृत