कंपोजिट ग्रांट मिली नहीं, उधारी से आ रही स्कूल की जरूरी सामग्री


महराजगंज जिले के परिषदीय स्कूलों में प्रधानाध्यापकों को जरूरी काम के लिए जेब से रकम खर्च करनी पड़ रही है जिससे उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है स्कूलों के रोजमर्रा के खर्च के लिए अध्यापकों को उधारी से काम चलाना पड़ रहा है। आठ माह बीतने के बाद भी परिषदीय स्कूलों के रोजमर्रा के खर्च के लिए मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट नहीं मिली है जबकि विभाग दस दिन पहले अधिकांश स्कूलों के खाते में रकम भेजने का दावा कर रहा है।


बेसिक शिक्षा परिषद के संचालित स्कूलों में कंपोजिट ग्रांट का इंतजार करते करते आधा सत्र बीत गया है। अब विभाग ने अधिकांश स्कूल में रकम भेजने की बात की है जबकि ज्यादातर प्रधानाध्यापकों ने इसकी जानकारी नहीं होना बताया।


जिले में प्राथमिक विद्यालय 1046 कंपोजिट 412 एवं जूनियर हाईस्कूल 237 संचालित किए जा रहे हैं जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष टीएन गोपाल ने बताया कि रकम खाते में नहीं आने से अबतक करीब 15 से 20 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। स्कूलों में छोटे-मोटे जरूरी खचों को पूरा करना मजबूरी है। प्राथमिक शिक्षक संघ के सदर ब्लॉक अध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने बताया कि स्कूल के मैदान की सफाई, चाक आदि की धनराशि अपनी जेब से खर्च करना पड़ता है। कंपोजिट ग्रांट के लिए इस सत्र में नया बैंक खाता खुलवाया गया है। रकम आई होगी तो उसे पता कराया जाएगा, लेकिन अब तक को जेब से ही खर्च हुआ है।