अभ्यार्थियों के प्रमाणपत्रों के जांच के लिए आठ शिक्षकों को विशेष टीम बनाई गई है। यह टीम प्रमाणपत्रों की गहनता से जांच करेगी साथ ही फर्जी दस्तावेज के सहारे सेना में भर्ती होने की कोशिश करने वाले अभ्यर्थियों पर पुलिस के साथ सेना की पैनी नजर रहेगी। पिछली रैलियों में सेना भर्ती के नाम पर युवाओं से ठगी करने के मामले में कई दलालों को गिरफ्तार किया किया गया था। इस तरह के अवांछनीय तत्वों को निगरानी के लिए इस बार पुलिस के साथ ही सेना के अधिकारी भी निगरानी करेंगे। इसके लिए सेना की इंटेलिजेंस इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि अभ्यर्थी सेना भर्ती से जुड़ी किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए सेना की वेबसाइट के साथ ही स्थानीय सेना भर्ती कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 16 नवंबर से अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया को शुरुआत होगी।