कोरांव : बाल विकास परियोजना के पोषाहार बेचने और गायब करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को एक और प्रकरण ने विभाग में खलबली मचा दी। बाल विकास परियोजना विभाग मेजा के सीडीपीओ का प्रभार देख रहीं मुख्य सेविका को आंगनबाड़ी का पोषाहार घर ले जा जाते हुए पुलिस ने पकड़ा। पोषाहार जब्त करने के साथ पुलिस उन्हें थाने ले गई। डीपीओ के अवकाश पर होने के कारण मामले में विभागीय कार्रवाई नहीं हो सकी। शनिवार को प्रभारी डीपीओ विमल चौबे की ओर से कोरांव थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात कही गई है। कोरांव तहसील क्षेत्र के राजपुर गांव निवासी मीरा देवी मेजा में बाल विकास परियोजना विभाग में मुख्य सेविका के पद पर तैनात हैं। वर्तमान में वह प्रभारी सीडीपीओ का भी कार्यभार देख रही हैं। शुक्रवार को एक अंजान फोन कोरांव थाना प्रभारी धीरेंद्र सिंह के पास आया।
आंगनबाड़ी का पोषाहार घर ले जा रही प्रभारी सीडीपीओ पकड़ी गई
उनसे कहा गया कि बस से सरकारी INNING है। पोषाहार ले जाया जा रहा पुलिस ने कोरांव के बैदवार रोड पर गोपाल विद्यालय के पास बस रूकवाई।
तलाशी ली तो एक बोरी पोषाहार मिला, जिसमें 50 किलो चना था । पुलिस ने पोषाहार जब्त किया और मुख्य सेविका मीरा देवी को थाने ले गई। प्रभारी निरीक्षक धीरेंद्र सिंह ने बताया की पोषाहार बरामद हुआ है। मुख्य सेविका को भी थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। शनिवार को प्रभारी डीपीओ तहरीर देंगे तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।