गौरीगंज (अमेठी)। जवाहर नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रधानाचार्य पर लगातार प्रताड़ना का आरोप लगाकर विरोध पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन शुक्रवार देर शाम से शुरू हुआ। सभी विद्यार्थी भोजन का बहिष्कार कर परिसर में धरने पर बैठ गए। जिला प्रशासन की मान-मनौव्वल के बाद शनिवार दोपहर पहुंचे नवोदय विद्यालय समिति के सहायक आयुक्त लखनऊ के सामने विद्यार्थियों ने शिकायत दर्ज कराते हुए प्रधानाचार्य व तीन शिक्षकों पर गंभीर आरोप लगाए। मामले की जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए किसी तरह विद्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन समाप्त कराने के बाद उन्हें भोजन कराया गया।
शहर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य व तीन शिक्षकों की प्रताड़ना तथा घटिया भोजन, पेयजल व प्रसाधन समेत कई अन्य समस्याओं की परेशानी के बाद शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं होने से शुक्रवार रात विद्यार्थियों का धैर्य जवाब दे गया। सभी छात्र-छात्राओं ने भोजन का विरोध करते हुए परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे एसडीएम राकेश कुमार व सीओ गौरव सिंह ने विद्यार्थियों की बात सुनने के बाद कार्रवाई की बात कहते हुए उन्हें रात का भोजन कराने के बाद छात्रावास में भेज दिया।
छात्र-छात्राओं के शांत होने के बाद स्कूल प्रशासन की ओर से रात में ही विद्यार्थियों के घर फोन कर प्रदर्शन करने की शिकायत करते हुए उन्हें घर ले जाने को कहा जाने लगा। सुबह विद्यार्थियों को रात में परिजनों को फोन करने की जानकारी हुई तो उनका आक्रोश फिर बढ़ गया। विद्यार्थी दोबारा परिसर में भूख हड़ताल करते हुए प्रदर्शन पर उतर आए। सुबह विद्यार्थियों के प्रदर्शन की सूचना जिला प्रशासन व नवोदय विद्यालय समिति को मिली।विद्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए सहायक आयुक्त जवाहर नवोदय विद्यालय जर्नादन उपाध्याय व कानपुर नगर के प्राचार्य एमके जैन, एसडीएम राकेश कुमार व सीओ गौरव सिंह विद्यालय पहुंचे। विद्यार्थियों का आक्रोश इस कद हावी था कि पहले तो वे कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थे। किसी तरह उन्हें हॉल में बैठाकर अफसरों ने सुनवाई शुरू की तो कमियों व शिक्षकों की मनमानी सुनकर टीम के सदस्य भी दंग रह गए
विद्यार्थियों ने प्रधानाचार्य पर तलवार लेकर बच्चों को दहशत में डालने के साथ तीन शिक्षकों पर अभद्रता समेत कई गंभीर आरोप लगाते हुए भोजन की गुणवत्ता, ड्रेस, पेयजल, प्रसाधन समेत अन्य कमियां गिनाईं। विद्यार्थियों की सुनवाई के बाद टीम में मौजूद अफसरों ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराते हुए उन्हें भोजन कराया। विद्यार्थियों के शांत होने के बाद प्रशासन व समिति सदस्यों ने राहत की सांस ली। विद्यार्थियों के शांत होने के बाद टीम स्कूल का निरीक्षण कर शिकायतों की जांच कर रिपोर्ट तैयार करने में तो एसडीएम ने भी पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंपते हुए स्कूल की कमियों का उल्लेख कर प्रधानाचार्य पर कार्रवाई की संस्तुति की है।
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