कैंसर पीड़ित शिक्षिका को नहीं दी मेडिकल लीव, दर-दर भटका पति


 मुरादाबाद। कंपोजिट विद्यालय उत्तमपुर बहलोलपुर में तैनात शिक्षिका शिखा कनौजिया कैंसर पीड़िता है। मेडिकल के लिए उनके पति ने एबीएसए बीएसए और चुनाव आयोग तक गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बीएसए ने पहले ती मेडिकल लीव का आवेदन निरस्त कर दिया और बाद में कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया। अब बीएसए का कहना है कि मामले में सहानभूति पूर्वक विचार किया जा रहा है।




शिखा कनौजिया छह वर्ष से ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं। रेलवे में सेक्शन इंजीनियर पद पर कार्यरत उनके पति सुभाष चंद्र ने जनवरी में मेडिकल लॉब के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इस दौरान उन्होंने कैंसर की जांच और उपचार के सभी कागज लगाए मे। इसके बावजूद बीएसए ने आवेदन निरस्त कर दिया। सुभाष शिखा का दिल्ली के सेंट्रल अस्पताल में उपचार करवा रहे थे। शिखा की रेडियो थेरेपी और कीमों थेरेपी को जा रही थी।


सुभाष का कहना है कि अगस्त में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया। इस पर उन्होंने एक प्रार्थना पत्र सभी कागजातों के साथ बीएसए कार्यालय में दिया। इसके बावजूद उन्हें मेडिकल लीव स्वीकृत नहीं की गई





सुभाष का कहना है कि मेडिकल लीव के लिए उन्होंने एबीएसए बीएसए और चुनाव आयोग सभी जगह प्रार्थना पत्र भेजा था। अधिकारियों ने उनके स्पष्टीकरण को [भी] अस्वीकृत कर दिया।