संतकबीरनगर। मिड-डे मील की गुणवत्ता पर सवाल ऐसे ही नहीं उठ रहे हैं। इसकी शिकायतें भी अक्सर होती है। फिर भी जिम्मेदार चेत नहीं रहे हैं। शनिवार को प्राथमिक विद्यालय चाराखाल में बच्चों ने जला चावल खाने से इन्कार कर दिया।
यहां के समस्त स्टाफ का वेतन जिला समन्वयक (एमडीएम) रजनीश वैद्यनाथ ने रोकने की संस्तुति बीएसए से की है। प्राथमिक विद्यालय इंदरपुर में सब्जी की गुणवत्ता खराब मिली।
यह मामला जिला समन्वयक के निरीक्षण में खुला है उन्होंने बताया कि मेहदावल क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बाराखाल में चावल व सब्जी बनी थी भगीने में रखा चावल जला था इसे दोपहर में बच्चों को परोसा गया था कुछ बच्चों ने चावल खाने से इन्कार कर दिया। सब्जी एक बालक जग में घर ले जा रहा था। रसोइयों से पूछा गया तो कई जवाब नहीं मिला।
प्रधानाध्यापक व अन्य कर्मचारी कोई जवाब नहीं दे पाए चावल को नष्ट कराया गया। विद्यालय में नामांकित 309 बच्चों के सापेक्ष 217 की उपस्थिति एमडीएम रजिस्टर में
दिखाई गई थी। अन्य दिनों में 239 च 251 दिखाई गई है। विद्यालय में तैनात चार रसोइया, प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक का वेतन रोकने की संस्तुति बीएसए से की गई है।
प्राथमिक विद्यालय इंदरपुर में नामांकित 129 बच्चों के सापेक्ष 82 उपस्थित मिले। यहां चावल तो सही से पकाया गया था, जबकि सब्जी की गुणवत्ता खराब थी। प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
प्राथमिक विद्यालय बढ़या ठाठर में 310 बच्चे नामांकित हैं। 158 बच्चे मौके पर मौजूद मिले। विद्यालय के प्रधानाध्यापक को बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।