589 आशा कार्यकत्रियों की होगी भर्ती, नेशनल हेल्थ मिशन ने दी भर्ती की मंजूरी


नेशनल हेल्थ मिशन ने दी भर्ती की मंजूरी

-नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मिलेगा फार्म


लखनऊ। रजनीश रस्तोगी

लोगों की सेहत संवारने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अहम कदम उठाया है। महिलाओं से लेकर बच्चों की सेहत का खयाल रखने के लिए शहर में 589 आशा की तैनाती होगी। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) से भर्ती को मंजूरी मिल गई है। पदों के सृजन के बाद अधिकारियों ने भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। किस इलाके में कितनी आशा की जरूरत है। उसका खाका भी तैयार किया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र में 1485 आशा की तैनाती है। अभी शहरी क्षेत्र में 532 आशा काम कर रही हैं। आबादी के लिहाज से आशा की संख्या कम है। लंबे समय से आशा की भर्ती की कवायद चल रही थी। एनएचएम ने जद्दोजहद के बाद 589 आशाओं की भर्ती को मंजूरी दे दी है।

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि लखनऊ का विस्तार तेजी से हो रहा है। आबादी में भी इजाफा हो रहा है। 200 से 500 की आबादी पर एक आशा की तैनाती का नियम है। ऐसे में संस्थागत प्रसव, बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण, फैमली प्लानिंग, गर्भवती महिलाओं की सेहत का खयाल रखना चुनौती बन गया था। शहरी क्षेत्र में आठ नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। 52 हेल्थ पोस्ट सेंटर हैं। इनके तहत आशाओं की तैनाती की जाएगी।

नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आशा की भर्ती से जुड़ी जानकारी हासिल की जा सकती है। अधिकारियों के मुताबिक आशा को तय धनराशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा प्रसव व टीकाकरण आदि के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए तय राशि अलग से प्रदान की जाएगी। टीबी मरीजों की खोज, कुपोषित बच्चों की पहचान करने में भी आशा की अहम जिम्मेदारी है।