सुल्तानपुर विद्यालय में अध्यापकों के बीच गुटबाजी के कारण शैक्षणिक माहौल खराब होने तथा दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में प्रधानाध्यापिका समेत पांच शिक्षकों एवं शिक्षामित्रों का वेतन बीएसए ने रोक दिया है। पांचों से एक सप्ताह के अंदरजवाब मांगा गया है।
दूबेपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बिसानी नरायनपुर में शिक्षकों के बीच गुटबाजी की शिकायतें अभिभावकों ने बीएसए से की थी। इसके साथ ही अन्य आरोप भी लगाए थे। दुबेपुर खंड शिक्षाधिकारी ने 23 सितंबर को विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कक्षा दो में प्रधानाध्यापिका ललिता यादव बच्चों को पाती मिलीं उपस्थित चार बच्चों में केवल एक बच्चा ही सौ तक गिनती पहचान सका। बच्चों का शैक्षिक स्तर खराब पाया गया। रिमीडिल क्लास के बच्चों की शैक्षिक प्रगति का उल्लेख रजिस्टर में अपूर्ण पाया गया। मध्याहन भोजन की गुणवत्ता भी ठीक नहीं मिली। विद्यालय कर्मियों के बीच गुटबाजी के कारण बच्चों का शैक्षिक स्तर न्यून पाया गया। शैक्षिक परिवेश भी दिन-प्रतिदिन प्रतिकूल होने की पुष्टि हुई है।
खंड शिक्षाधिकारी की रिपोर्ट पर बीएसए ने ललिता यादव का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकते हुए सात दिन के अंदर जवाब मांगा है। सहायक अध्यापिका नम्रता सिंह व नवीन कुमार शर्मा की कक्षाओं में भी बच्चों के शैक्षिक स्तर निम्न पाए गए। इसके साथ शिक्षामित्र सुशीला यादव व वत्सल प्रसाद मिश्र का भी कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया। प्रधानाध्यापक व दोनों सहायक अध्यापकों का वेतन तथा दोनों शिक्षामित्रों का मानदेय भी अग्रिम आदेश तक रोकते हुए सात दिन के अंदर स्पष्टीकरण तलब किया गया है।