फर्जी मार्कशीट केस में सम्पत्ति कुर्क होगी


लखनऊ। 25 हजार में एमबीबीएस, बीटेक की फर्जी मार्कशीट व प्रमाण पत्र तैयार करने वाले गिरोह के सरगना मनीष प्रताप सिंह उर्फ मंगे राम और बेटे सत्येन्द्र की सम्पत्ति मंगलवार को कुर्क की जायेगी। आरोपित पिता-पुत्र की करीबी एक करोड़ रुपये की सम्पत्ति लखनऊ में चिन्हित की जा चुकी है। सरगना के खिलाफ 29 मुकदमे दर्ज हैं। मनीष पर सेक्स रैकेट चलाने का भी आरोप लग चुका है। एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि मनीष व सत्येन्द्र फरवरी से जेल में बंद है। मनीष का शिवाजी मार्ग पर ओम सांई भवन में दूसरे तल पर फ्लैट है। इसकी कीमत 62 लाख है। सफदरगंज में 24 लाख रुपये कीमत का मकान है।


उसके पास एक लग्जरी कार भी है। पुलिस के मुताबिक मनीष के खिलाफ चिनहट और अमीनाबाद में सात-सात मुकदमे दर्ज हैं। मनीष दिल्ली में भी गिरफ्तार हुआ था। कुछ समय पहले दोनों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई हुई थी।

रुपये देकर कोई भी डिग्री बनवा लीजिये

इंस्पेक्टर अमीनाबाद कृष्णवीर सिंह ने बताया कि मनीष व सत्येन्द्र अलग अलग कीमत लेकर कोई भी डिग्री तैयार कर देते थे। मूल और नकली डिग्री में कोई अंतर नहीं नजर आता था। फरवरी में गिरफ्तारी के समय दोनों के पास स्टेट बोर्ड आफ मदरसा एजूकेशन, महाकौशल आयुर्वेदिक बोर्ड जबलपुर व कई मेडिकल कालेजों की डिग्री, मुहर और अन्य दस्तावेज मिले थे। इन लोगों का नेटवर्क मध्यप्रदेश, दिल्ली, बिहार, हरियाणा और छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ था।