बलरामपुर,
निपुण भारत अभियान के तहत प्राइमरी स्तर के शिक्षक व शिक्षामित्रों का चार दिवसीय ब्लाक संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षण चल रहा है। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षक व शिक्षामित्रों पर शासन से 150 रुपए प्रति शिक्षक को भोजन, नाश्ता के लिए धनराशि निर्गत की गई है। शिक्षकों की मानें तो ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर प्रशिक्षण के दौरान परोसा जा रहा भोजन एवं नाश्ता मीनू एवं मानक के विपरीत है। ब्लॉक संसाधन केंद्र पचपेड़वा में प्रथम बैच के शिक्षक एवं शिक्षामित्रों का प्रशिक्षण बुधवार को समाप्त हो गया।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि कोरम पूरा कर प्रशिक्षण के दौरान भोजन एवं नाश्ता दिया गया है। दूसरे बैच में 100 शिक्षकों का प्रशिक्षण गुरुवार से शुरू हुआ। पहले दिन शिक्षकों को न तो मीनू के अनुसार नाश्ता और न ही भोजन दिया गया। शिक्षकों ने खंड शिक्षाधिकारी से शिकायत की लेकिन मामले को दबाने का प्रयास किया गया। जानकारों की मानें तो गुरुवार को मोटा चावल, दाल, आलू-सोयाबीन की सब्जी, पूड़ी एवं अचार दिया गया है। जबकि सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना कार्यालय से जारी मीनू में दाल, चावल, रोटी, दो तरह की सब्जी पनीर व सूखी, पापड़, सलाद, आचार एवं एक मीठा दिया जाना है। इसके अतिरिक्त सुबह के नाश्ते में पकौड़ी बिस्कुट एवं चाय व शाम के नाश्ते में चाय एवं बिस्कुट पहले दिन के प्रशिक्षण में निर्धारित है। निपुण भारत अभियान के तहत एक ब्लॉक संसाधन केंद्र पर इन दिनों प्रशिक्षण जारी है। प्रशिक्षण में मानक एवं मीनू के अनुसार भोजन न मिलने से शिक्षक आहत हैं। कमोबेश यही हाल प्रत्येक ब्लॉक संसाधन केंद्र पर चल रहे निपुण भारत अभियान प्रशिक्षण का है, जहां पर कार्यदाई संस्था अपनी मनमानी कर शिक्षकों को मेनू एवं गुणवत्ता युक्त भोजन नाश्ता नहीं दे रही है। शिक्षकों ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि एक जनप्रतिनिधि के इशारे पर प्रशिक्षण में शिक्षकों को गुणवत्ता एवं मानक से परे भोजन परोसे जा रहे हैं। इस संबंध में खंड शिक्षाधिकारी पचपेड़वा राम कुमार का कहना है कि कुछ शिक्षकों ने शिकायत की है। कार्यदाई संस्था को मीनू के अनुसार भोजन एवं नाश्ता देने की हिदायत दी गई है।
सुधार नहीं हुआ तो यूटा करेगा शासन से शिकायत
यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन जिलाध्यक्ष देव कुमार मिश्रा ने ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर मानक विहीन शिक्षकों को खाना परोसे जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि जिले में प्रत्येक ब्लॉक संसाधन केंद्र के लिए करोड़ों की धनराशि निपुण भारत अभियान के तहत शिक्षकों के प्रशिक्षण के दौरान भोजन एवं नाश्ते पर खर्च किया जा रहा है। लेकिन शिक्षक एवं शिक्षामित्रों को मानक एवं गुणवत्ता युक्त भोजन व नाश्ता नहीं मिल रहा है। मीनू के अनुसार भोजन न मिलना शिक्षकों के अधिकार का शोषण करना है। प्रकरण की शिकायत एसोसिएशन मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री के साथ निपुण भारत अभियान निदेशालय भी करेगी। संघ ने चेतावनी दी है कि गुणवत्ता में सुधार नहीं किया गया तो खाने का बहिष्कार किया जाएगा।