यूपी में पिछले पांच दिनों से हो रही भारी बारिश से प्रदेश के लोगों के लिए आफत बनकर आई है। इसके चलते जनजीवन पूरी तरह अस्तव्यस्त हो गया है। बीते 24 घंटों में अलग-अलग जिलों में बारिश से हुए हादसों में 27 लोगों की मौत हो गई। पूरे राज्य खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश फिलहाल रुकने का नाम नहीं ले रही।
पिछले चौबीस घंटे के दौरान संभल में रिकार्ड 145.4 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक पहली से नौ अक्तूबर तक पूरे राज्य में सामान्य (15.4 मिलीमीटर) से भारी बारिश (92.3 मिलीमीटर) दर्ज की गई है। अभी चार-पांच दिन इसी तरह की बारिश होने का अनुमान है। भारी बारिश के कारण लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद और कानपुर समेत कई जिलों के 12वीं तक के स्कूलों में सोमवार को छुट्टी कर दी गई है। बरेली, आगरा और बुलंदशहर में 12 वीं तक के स्कूल-कालेज में सोमवार-मंगलवार और लखनऊ, हापुड़-बागपत में केवल सोमवार को अवकाश घोषित किया गया है। वहीं, मुजफ्फरनगर के स्पोर्ट्स स्टेडियम के मैदान में पानी भरने से मेरठ के मवाना तहसील की अग्निवीर सेना भर्ती रविवार को स्थगित कर दी गई।
बारिश के कारण उन्नाव में अलग-अलग घटनाओं में घर गिरने से एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई। कानपुर देहात में दो व इटावा और औरैया में एक-एक की जान चली गई। हरदोई में आकाशीय बिजली से दो किसानों की मौत हुई, जबकि एक झुलस गया। वहीं, बारिश के दौरान हुए हादसों में ब्रज मंडल और अलीगढ़ में चार-चार लोगों की मौत हो गई। यहां अगले तीन दिन तक आंधी-तूफान संग बारिश की संभावना जताई गई है। यहां यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बुलंदशहर में 12 मकान गिरने से एक किशोर और एक महिला की मौत हो गई। चार बच्चों समेत 14 लोग घायल हो गए। पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर में बिजली व दीवार गिरने से एक बच्चे समेत चार लोगों की जान चली गई। पीलीभीत में 72 घंटे से लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बिजली गिरने से संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर और सीतापुर में कुल चार की जान चली गई।
Uttar Pradesh | Cities including Lucknow, Noida, Gaziabad, Kanpur & Agra shut schools for all children up to class XII owing to a warning of heavy rainfall issued by the weather department for Oct 10. The state has already been witnessing incessant rainfalls in the past few days
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 9, 2022
इन जिलों में मूसलाधार बारिश
संभल में पिछले तीस वर्षों में अक्तूबर में एक दिन में इतनी बारिश नहीं हुई। ऐसे ही एटा में 95 मिलीमीटर, बरेली में 93.5 मिलीमीटर, हाथरस में 85 मिलीमीटर, मुरादाबाद में 83.7 मिलीमीटर, अलीगढ़ में 80.2 मिलीमीटर, बदायूं में 88 मिलीमीटर, बुलंदशहर में 79.6 मिलीमीटर, लखीमपुर खीरी में 74.4 मिलीमीटर, रामपुर में 66.9 मिलीमीटर, मथुरा में 65.8 मिलीमीटर, फिरोजाबाद में 63 मिलीमीटर, कासगंज में 62.4 मिलीमीटर, शाहजहांपुर में 65.7 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। वहीं, राज्य के अन्य जिलों में 20 से 50 मिलीमीटर बरसात रिकार्ड की गई।
नदियों के उफनाने से बिगड़े हालात
दो दिनों में सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से घाघरा,सरयू और शारदा नदी के हालात बिगड़ गए। इससे सीतापुर में हजारों बीघे खेत जलमग्न हो गए। 30 गांवों में पानी भर गया है। वहीं, गोण्डा व बहराइच के 104-104 और बलरामपुर के 350 गांव जलमग्न हो गए। श्रावस्ती में राप्ती खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। वहीं, नेपाल से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी व झमाझम बारिश से बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां आसपास के 57 गांवों में पानी भर गया जिससे इन गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।