राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक एवं प्रवक्ता के कुल 1395 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित करने के लिए 10 अक्तूबर से पोर्टल खुल जाएगा, लेकिन इनमें अर्हता के विवाद के कारण एलटी ग्रेड कला एवं हिंदी विषय के चयनित अभ्यर्थियों को मौका नहीं दिया गया। कला विषय में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग अर्हता का विवाद दूर कर तकरीबन 90 चयनितों की फाइलें माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेज चुका है, लेकिन निदेशालय ने इन अभ्यर्थियों को कॉलेज आवंटित नहीं किए हैं। निदेशालय की ओर से शासन को पत्र भेजकर दिशा-निर्देश मांगे गए हैं और अभी तक निदेशालय को कोई जवाब नहीं मिला है। ऐसे में चयनितों की नियुक्ति फंसी हुई है।
हिंदी विषय में आवेदन तिथि से संबंधित अर्हता का विवाद है, जिसके कारण तकरीबन 134 अभ्यर्थियों की फाइलें आयोग ने रोक दीं हैं। इन दोनों विषयों के अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि विद्यालय आवंटन के लिए जब भी पोर्टल खुलेगा तो उन्हें भी मौका मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 10 अक्तूबर से एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत सात विषयों की द्वितीय लिस्ट में चयनित 120 अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित करने के लिए पोर्टल खोल दिया जाएगा।
इसके साथ ही जाआईसी प्रवक्ता के चयनित 1272 अभ्यर्थियों को भी विद्यालय आवंटित कर दिए जाएंगे, लेकिन इसमें कला एवं हिंदी विषय में अर्हता के विवाद में उलझे अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया गया है। आयोग को एलटी ग्रेड शिक्षक के 5418 पदों का अधियाचन मिल चुक है। आयोग जल्द ही एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का नया विज्ञापन जारी कर सकता है। ऐसे में कला एवं हिंदी के चयनित अभ्यर्थियों की उम्मीदों को झटका लग सकता है।
जीव विज्ञान की अर्हता में संशोधन की मांगमध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड एवं उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से सहायक अध्यापक जीव विज्ञान की शैक्षिक अर्हता में संशाधन किए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा है। प्रतियोगी छात्र नेता आशीष तोमर ने शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि जीव विज्ञान की शैक्षिक अर्हता जंतु विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान में स्नातक की उपाधि रखी गई है। इसके साथ ही जीव विज्ञान शिक्षक के लिए अन्य उपविषय जैसे औद्योगिक सूक्ष्म जीव विज्ञान, लाइफ साइंस आदि को भी अर्हता में शामिल किया जाए, ताकि विषय से जुड़े हर अभ्यर्थी का मौका मिल सके।
.