देवरिया : परिषदीय विद्यालयों में फर्जी व कूटरचित शैक्षिक अभिलेखों व दूसरे के नाम पर नौकरी करने के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। बीएसए ने एसटीएफ की जांच में संदिग्ध मिलने पर पांच शिक्षकों का वेतन रोककर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। फिलहाल स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।
परिषदीय विद्यालयों में फर्जी शिक्षकों की जांच पिछले कई वर्षों से चल रही है। शिक्षकों की संख्या करीब साढ़े छह हजार से अधिक होने के कारण इसकी जांच की गति धीमी है। एसटीएफ की तरफ से शिकायतों के आधार पर जांच की जा रही है। इसके अलावा मानव संपदा पोर्टल के जरिये भी मामले पकड़ में आ रहे हैं। शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों की जांच में समय लग रहा है। जिसके कारण कार्रवाई में देरी हो रही है। बेसिक शिक्षा विभाग के अबतक 70 से अधिक शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं। कई फर्जी शिक्षकों को जेल भी जाना पड़ा है। इधर पांच शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों में गड़बड़ी की शिकायत मिली है। प्रारंभिक जांच में मामले संदिग्ध लगे तो बीएसए ने वेतन रोक दिया है। विभागीय लोगों का कहना है कि जांच शुरू होने के बाद यह शिक्षक विभाग का चक्कर लगा रहे हैं.