बेसिक शिक्षा की सूरत बदलने में शिक्षकों का सहयोग करे प्रधान: डा. रमापति राम

गौरीबाजार बीआरसी पर मंगलवार को संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रधान व प्रधानाध्यापक के इस संयुक्त संगोष्ठी का शुभारंभ सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।


कार्यक्रम के बतौर मुख्यातिथि सदर सांसद डा. रमापति राम त्रिपाठी ने कहा प्रधान व प्रधानाध्यापकों के संयुक्त कोशिश से ग्रामीण शिक्षा की नींव मजबूत की जा सकती है। विकास के प्रथम पायदान पर ग्राम प्रधान ही होते हैं। कोरोना काल में सरकार ने लोगों के शिक्षा, स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा। संकट में मिली डिग्री काफी नही है। छात्रों को सीखने की गति को तेज करना होगा। सरकार ने स्वच्छ जल के लिए अमृत सरोवर योजना पर काम कर रही है। रुल से काम नही चलता, उसके अनुरूप रोल का निर्वाहन करना पड़ता है। ग्राम प्रधान व शिक्षकों से इसकी उम्मीद करते हैं।


बीडीओ विवेकानंद मिश्र ने कहा कि ग्रामप्रधानों को डीबीटी के माध्यम से भेजी गई रकम से ड्रेस, जूता-मोजा व बैग खरीदने के लिए अभिभावकों को जागरूक करना चाहिए। इसके पूर्व बीईओ पंकज कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न व अंगवस्त्र भेंट कर स्वागत किया। शिक्षिका गुंजा गुप्ता, निमिषा यादव व प्रीती सिंह ने सरस्वती बंदना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। परिषदीय स्कूल परषोतिमा व रतनपुर के बच्चों ने स्वागत गीत व संचारी रोग जागरूकता पर नाटक प्रस्तुत किया। इस दौरान कायाकल्प का बेहतर कार्य कराने वाले 13 ग्राम प्रधानों को सांसद ने माला पहना कर सम्मानित किया।

कार्यक्रम को डायट प्रवक्ता एसपी सिंह, प्रा.शि. संगठन के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह, बीईओ पंकज कुमार सिंह, बीपीएम शैलेन्द्र कुमार ओझा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शैलेन्द्र कुमार सिंह, संचालन विनोद कुमार मिश्र ने किया। इस दौरान प्रधानाध्यापक, प्रधान, एआरपी मौजूद रहे।