बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रदेशभर के परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन के लिए सप्ताहवार गतिविधियों की समय सारिणी जारी की है। इसकी मदद से शिक्षकों व विद्यार्थियों के बीच आत्मीय संबंध बढ़ाने और शारीरिक क्षमता, चपलता, मानसिक स्वास्थ्य सामाजिक व्यवहार को बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा। इसके तहत अध्यापक विद्यार्थियों के घर का भ्रमण करेंगे। अभिभावकों से मिलकर कक्षा में कराई जाने वाली गतिविधियों को बताने के साथ बच्चों की उपलब्धि भी गिनाएंगे। इस संबंध में स्कूल शिक्षा महानिदेशक की तरफ से जारी पत्र में सभी बीएसए को दिसंबर तक के लिए जारी सप्ताहवार कार्यक्रम अमल में लाने का निर्देश दिया गया है.
बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी बताते हैं कि यह कार्यक्रम सीखने की प्रक्रिया को सुगम, सहज और आनंददायक बनाने के लिए है। कक्षा की गतिविधियों को संवादात्मक रखना होगा इससे अवधारणात्मक समझ का विकास हो । बहुआयामी खेल खोज एवं गतिविधि आधारित शिक्षण के साथ अनुभवात्मक विधियों के माध्यम से अध्यापन का प्रयास शिक्षकों को करना है। सितंबर में अध्यापक विद्यार्थियों के घर का भ्रमण करने के साथ टीम निर्माण गतिविधि प्रतियोगिता, कक्षा के बाहर की गतिविधि और स्कूल में प्रदर्शनी लगानी होगी। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में एक और प्रदर्शनी लगाने का निर्देश है। दूसरे सप्ताह में रोल प्ले आधारित गतिविधि, तीसरे में पठन आधारित गतिविधि, चौथे में कहानी कहने पर आधारित कार्यक्रम करने होंगे.
अभिभावक साझा करेंगे व्यवसाय के अनुभव
शिक्षकों को नवंबर के प्रथम सप्ताह में खुले मैदान की गतिविधियों को बढ़ाना होगा। दूसरे सप्ताह में पत्र लेखन, तीसरे में कला, पेंटिंग, चौथे में दिखाएं और बताएं आधारित गतिविधि होगी। दिसंबर के प्रथम सप्ताह में व्यवसाय दिवस होगा। इसमें अभिभावक स्कूल में आकर अपने व्यवसाय के बारे में बताएंगे।