'निगरानी टीम में शामिल शिक्षक पहले अपने स्कूल को बनाएं निपुण'


लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने निगरानी टीमों में शामिल शिक्षकों से कहा है कि पहले वे अपने विद्यालय को एक साल में निपुण बनाएं। तय लक्ष्य के अनुसार पठन-पाठन दुरुस्त कर सभी बच्चों को तैयार करें जो अन्य विद्यालयों के शिक्षकों के लिए नजीर बने। टीमों में शामिल शिक्षकों को ये लक्ष्य गोमतीनगर स्थित इंदिरा प्रतिष्ठान में विभाग की ओर से मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशकों, बीएसए व स्टेट रिसोर्स ग्रुप (एसआरजी) की दो दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन रविवार को दिए गए।




वरिष्ठ अधिकारी आनंद पांडेय ने बताया कि निगरानी टीमों में एसआरजी के अलावा 4400 एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) व 41000 शिक्षक संकुल के अध्यापक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ये शिक्षक तय मानकों के अनुसार अपने विद्यालय को निपुण बनाएंगे तो दूसरे विद्यालय व शिक्षक भी प्रेरित होंगे। उन्होंने एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग कराने पर जोर दिया। साथ ही पूरा प्लान समझाया। कार्यशाला में बताया गया कि अगले हफ्ते से कक्षा कक्ष प्रक्रियाओं व अन्य कार्यक्रमों की बेहतर निगरानी के लिए नई चेक लिस्ट जारी की जाएगी। इससे सभी कार्यक्रमों को समय से पूरा कराया जा सकेगा. 

महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने निर्देश दिए कि अधिकारी बिना किसी तैयारी के बैठक न करें। एजेंडा तय करके बैठक करें। साथ ही डाटा के आधार पर उत्तरदायित्व का निर्धारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अच्छे अधिकारियों को प्रशंसा पत्र दिया जाएगा और ठीक से काम न करने वाली टीमों पर कार्रवाई भी होगी। कार्यशाला में क्लासरूम संचालन का प्रदर्शन भी किया गया।