बिहारीगढ़। परिषदीय स्कूलों में तिमाही परीक्षा का समय नजदीक है, लेकिन अभी तक सारी पाठ्य पुस्तकें बच्चों को नहीं मिल सकी है। ऐसे में बड़ी संख्या में बच्चे बिना किताबों के पढ़ाई कर रहे हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित स्कूलों में विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित की जाती हैं, इसके लिए परिषद द्वारा छपाई और स्कूल तक पहुंचाने के लिए बुलाई का आर्डर दिया जाता है, लेकिन परिषदीय स्कूलों में किताबें कभी भी समय से नहीं पहुंच पाती है। शिक्षा स्तर को सुधारने और स्कूलों में शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति के लिए स्कूल चलो अभियान के तहत तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। अप्रैल से शुरू हुए नए सत्र के चार माह पूरे होने को हैं, लेकिन आधे से ज्यादा विद्यार्थी बिना किताबों के ही काम चला रहे हैं। यह हाल तब है जब तिमाही परीक्षा सितंबर से प्रारंभ हो सकती हैं। पिछले सत्र में भी किताबें महीनों की देरी से पहुंची थी। विद्यार्थी आधे से ज्यादा समय बिना किताबों के ही पढ़ाई करते रहे। किताबों के वितरण का यह हाल तब है जब विद्यार्थियों के लिए निपुण लक्ष्य तय किया गया है। इसमें कक्षा और आयु वर्ग के अनुसार विद्यार्थियों के ज्ञान का स्तर परखा जाना है। अभिभावकों ने जल्द से जल्द किताबें उपलब्ध कराने की मांग की है। उधर, खंड शिक्षा अधिकारी मुजफ्फराबाद पूनम मिश्र का कहना है की जितनी किताबें उनके पास आई है उन्हें बंटवाया जा रहा है।