सीतापुरः नवागत खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश सिंह की कार्यशैली शिक्षकों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। आरोप है कि छुट्टी होने के बाद बीईओ दोबारा शिक्षकों को बुलवाकर ताला खोलवाते हैं और निरीक्षण करते हैं। शिक्षकों ने अपनी इस परेशानी को प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के समक्ष भी रखा है। वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश सिंह छुट्टी के बाद भी विद्यालयों के निरीक्षण को सही बता रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शासन की ओर से कई कार्य होते हैं, जिनका भौतिक सत्यापन करना होता है। इसलिए किसी भी समय विद्यालय चेक कर सकता हूँ। लखनऊ से स्थानांतरित होकर आए कमलेश सिंह को नगर शिक्षा अधिकारी के पद पर तैनाती मिली है। उनके कार्यक्षेत्र में सीतापुर, बिसवां, मिश्रिख, सिधौली नगर के विद्यालय आते हैं। शिक्षकों को कहना है कि दो बजे विद्यालय बंद होने के बाद वह निरीक्षण करने पहुंचते हैं। जबकि इन्हें पूर्व के खंड शिक्षा अधिकारी सत्यापित कर चुके हैं। - संघ पदाधिकारियों के समक्ष रखी समस्या कंपोजिट विद्यालय
नैमिषारण्य के प्रधानाध्यापक राम विलास ने बताया बीईओ आठ अगस्त को दोपहर 1:55 बजे पहुंचे थे। अभिलेखों की जांच करते हुए स्पष्टीकरण मांगा। प्राथमिक विद्यालय थवई टोला बिसवां की प्रधानाध्यापक रेहाना ने बताया सवा दो बजे वह विद्यालय से निकली थीं। वहीं, 2:18 बजे कार्यालय से लिपिक आकिब ने कार्यालय की चाभी मांगी। मुझे बुलाया गया और पैर से दिव्यांग होने के बावजूद काफी देर तक तक खड़े-खड़े अभिलेख चेक कराए।