अलोपीबाग स्थित एक स्कूल में आठवीं का छात्र तमंचा लेकर स्कूल चला आया। तमंचा मिलने की सूचना पर स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची दारागंज पुलिस ने छात्र को पकड़कर तमंचा बरामद किया और उसकी निशानदेही पर तमंचा देने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि दारागंज पुलिस जांच के बाद भी यह खुलासा नहीं कर सकी कि तमंचा कहां से आया और उसने तमंचा क्यों रखा था।
क्या है तमंचे की कहानी अलोपीबाग स्थित स्कूल में छात्रों के लिए मोबाइल प्रतिबंधित है। 29 अगस्त को स्कूल की प्रिंसिपल मोबाइल की जांच कर रही थी। छात्रों का बैग चेक किया जा रहा था। इस बीच 15साल के एक छात्र का बैग चेक करने पहुंची तो वह डर गया। अपना बैग छिपाने लगा। प्रिंसिपल भी हैरान रह गई कि छात्र बैग क्यों नहीं दिखा रहा है। जब बैग की तलाशी ली गई तो प्रिंसिपल हैरान रह गईं। बैग के अंदर तमंचा और एक कारतूस मिला। उन्होंने तुरंत ही दारागंज पुलिस को कॉल करके सूचना दी। मौके पर पहुंची दारागंज पुलिस ने छात्र को पकड़ लिया। तमंचा और कारतूस बरामद होने के बाद मुकदमा दर्ज हो गया। छात्र को पकड़कर पुलिस ने पूछा तो उसने बताया कि दारागंज में रहने वाले जय सिंह नाम के युवक ने उसे तमंचा अपने घर पर छिपाकर रखने के लिए दिया था। लेकिन वह अपने मां-बाप के डर से तमंचा बैग में रख लिया। पुलिस ने जय सिंह के बारे में जानकारी एकत्र की और उसे गिरफ्तार कर लिया। जय सिंह के पास से चार प्रतिबंधित कारतूस मिले। दारागंज पुलिस पकड़े गए आरोपी जय सिंह से यह राज नहीं उगलवा सकी कि उसने तमंचा कहां से खरीदा था। एक किशोर को तमंचा रखने के लिए क्यों दिया था।
10वीं का छात्र तमंचा लेकर पहुंचा था स्कूल
प्रयागराज। सोरांव स्थित एक स्कूल में मंगलवार को ही 10वीं का एक छात्र तमंचा लेकर स्कूल पहुंचा था। स्कूल प्रिंसिपल की सूचना पर सोरांव पुलिस ने छात्र को असलहे के साथ पकड़ा। उसने बताया था कि फाफामऊ के एक लड़के से तमंचा मिला था। पुलिस ने तमंचा देने वाले को भी पकड़ लिया। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सोरांव पुलिस ने कार्रवाई की थी। हालांकि सोरांव पुलिस भी खुलासा नहीं कर सकी थी कि उसे तमंचा कहां से मिला था।
नाबालिग छात्रों ने बमबाजी कर फैलाई थी सनसनी
प्रयागराज। शहर के कांवेंट स्कूलों में पढ़ने वाले 10वीं और 11वीं के छात्रों ने बीते माह स्कूलों के बाहर बमबाजी करके सनसनी फैलाई थी। सिविल लाइंस, दारागंज और तेलियरगंज में कई बम फूटे थे। पुलिस के ठोस कार्रवाई के बाद यह बमबाजी बंद हुआ। करीब 35 छात्र बमबाजी में गिरफ्तार हुए थे।