विद्यालय में शिक्षक नहीं और अमृत सरोवर भी अधूरे मिले, जताई नाराजगी


 अमृतपुर मुख्य विकास अधिकारी को विद्यालयों के निरीक्षण में एक शिक्षक अनुपस्थित मिले। एमडीएम में बच्चे अधिक दर्ज करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने अमृत सरोवर भी देखें और अधूरे काम को जल्द पूरा कराए जाने के निर्देश दिए।



सीडीओ एम. अमोली मे मंगलवार को क्षेत्र के गांव बलीपट्टी रानी गांव, अमृतपुर हरसिंहपुर महलवार व दौलतपुर चकई में चल रहा मनरेगा कार्य देखा। हरसिंहपुर में अमृत सरोवर का काम अधूरा मिलने पर बीडीओ को जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए। तालाब में गंदगी देख नाराजगी जताई। बारिश में रैंप घस जाने पर सही कराने व सीदी निर्माण में एक सरिया पड़ी देख सरिया का जाल बिछाकर निर्माण कराने के निर्देश दिए। इसके बाद जूनियर हाईस्कूल के निरीक्षण में सहायक अध्यापक अखिलेश कुमार अनुपस्थि मिले। उनका एक दिन का वेतन काटने की कार्रवाई के आदेश दिए।


शिक्षण कार्य भी संतोषजनक नहीं मिला। एमडीएम रजिस्टर में छात्र संख्या अधिक होने पर प्रधानाध्यापक से नाराजगी जताते हुए कहा कि एमडीएम की रिकवरी वेतन से कराई जाएगी।

प्रधानाध्यापक कक्ष में पंखा चल रहा था बच्चों के कमरे में पंखा बंद होने का कारण पूछने पर प्रधानाध्यापक जवाब नहीं दे सके। बलोपट्टी रानी गांव में बदायूँ मार्ग से पुल तक मनरेगा से मिट्टी कार्य में 15 श्रमिक काम करते मिले। उन्होंने अमिक बढ़ाने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत अमृतपुर में मनरेगा से चल रहे बदायूँ मार्ग से अमृतपुर तक चकमार्ग पर मिट्टी कार्य देखा।




ग्राम पंचायत दौलतपुर चकई में मनरेगा के तहत चल रहे समतलीकरण कार्य 20 श्रमिक काम करते मिले। बीडीओ को निर्देश दिया कि मजदूरों को पानी पिलाने के लिए महिला या दिव्यांग को लगाया जाए। मजदूरों को उपस्थिति मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम के माध्यम से ली जाए।




ग्राम प्रधान के पति से महिला मेट का चयन न करने के बारे में जानकारी की तो बताया कि मुस्लिम समाज के लोग हैं। इस लिए कोई महिला काम नहीं करना चाहती है। इस पर प्रधान के पति को फटकार लगाते हुए महिला मेट का चयन करने के आदेश दिए।