लखनऊ में राज्यपाल कल शिक्षक को करेंगी सम्मानितशिक्षक लालबहादुर।
प्रधानाध्यापक की मिली जिम्मेदारी
26 नवम्बर, 2009 को पड़ोसी ब्लॉक सुरसा के प्राथमिक स्कूल म्योनी में प्रधानाध्यापक पद की जिम्मेदारी मिली। जर्जर इमारत और टूटी-फूटी वाल बाउंड्री, अतिक्रमण, लोगों में शिक्षा के प्रति उदासीनता दिखी।
माधौगंज/हरदोई, संवाददाता। प्राथमिक शिक्षा में अलख जगाने वाले गांव लखाही मजरा सेउढ़ई निवासी शिक्षक लालबहादुर को राज्य शिक्षक पुरस्कार से नवाजा जाएगा। शिक्षक दिवस पर यह पुरस्कार लखनऊ में राज्यपाल देंगी।
शिक्षक की कामयाबी को लेकर क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। लोग बताते हैं कि लालबहादुर के पिता शिक्षक थे, जब वह इण्टर में थे, तभी पिता सुन्दरलाल की बीमारी से तीन जुलाई, 1993 को असमय मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से परिवार की जिम्मेदारी लालबहादुर पर आ गई। जिम्मेदारी का निर्वाहन करते हुए पढ़ाई पूरी की। 1998 में मृतक आश्रित के तहत अहिरोरी ब्लॉक के ढफरापुर में सहायक अध्यापक की नौकरी मिली। बच्चों में खेलकूद से लेकर बुनियादी शिक्षा की अलख जगाने का जज्बा और क्षेत्र सहित जनपद के नाम रोशन करने की ललक को लेकर कड़ी मेहनत कर स्कूल का कायाकल्प किया।
स्कूल के नाम पर मिला था जर्जर भवन लाल बहादुर ने बताया कि जब म्योनी की जिम्मेदारी मिली तो स्कूल में उस समय बाउंड्रीवाल नहीं थी। स्कूल के नाम पर सिर्फ भवन था।