संतकबीरनगर जिले के परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पोषण युक्त भोजन दिए जाने की व्यवस्था है, लेकिन बच्चों को तहरी के नाम पर हल्दी डालकर सादा चावल खिलाया जा रहा है। डीसी समेकित शिक्षा के निरीक्षण में यह बात सामने आई है। उन्होंने शुक्रवार को मेंहदावल ब्लॉक के चार विद्यालयों का निरीक्षण किया। अब बीएसए को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई की संस्तुति की है।
डीसी समेकित शिक्षा रजनीश वैद्यनाथ ने बताया कि मेेंहदावल ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय भटौली में 10:30 बजे निरीक्षण किया गया। नामांकित 267 बच्चों के सापेक्ष 245 बच्चे मिले। मिड-डे मील (एमडीएम) वितरित किया जा रहा था। मेन्यू के हिसाब से तहरी बनाया गया था, लेकिन चावल में सिर्फ हल्दी ही थी। तहरी में पड़ने वाला कोई पोषक तत्व नहीं था। तहरी भी स्वादहीन मिली।
रसोई घर के निरीक्षण में बर्तन में अल्प मात्रा में सोयाबिन दिखाई दे रहा था। एमडीएम के तहत तैनात पांच रसोईयों को बुलाकर कारण पूछा तो किसी ने भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि एआरपी द्वारा विद्यालय में जुलाई माह के बाद निरीक्षण नहीं किया गया है। विद्यालय में विज्ञान किट, गणित किट एवं बच्चों के शिक्षण अधिगम के लिए लर्निंग कॉर्नर नहीं बनाया गया है। सितंबर माह में एसएमसी की बैठक भी नहीं कराई गई है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक से कंपोजिट ग्रांट का पंजिका मांगा गया, लेकिन उन्होंने नहीं दिया।
इसके बाद डीसी समेकित शिक्षा ने कंपोजिट विद्यालय नारायणपुर का निरीक्षण किया। विद्यालय में कायाकल्प के तहत कोई कार्य नहीं कराया गया था। बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया कि प्रधान से समन्वय स्थापित कर कायाकल्प के तहत कार्य कराने का प्रयास करें।
प्राथमिक विद्यालय करहना और प्राथमिक विद्यालय रानीपुर का निरीक्षण किया गया। बच्चों को पुस्तकें वितरित की गईं। उन्होंने बताया कि कंपोजिट विद्यालय भटौली लापरवाह हेडमास्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए बीएसए को रिपोर्ट भेजी गई है।
डीसी समेकित शिक्षा की रिपोर्ट मिली है, जिसका परीक्षण किया जा रहा है। अगर तहरी की जगह सादा चावल परोसा गया है तो यह गलत है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।- अतुल कुमार तिवारी, बीएसए