एटा। शासन के भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावों की धज्जियां जिला बेसिक शिक्षा विभाग में जमकर उड़ाई जा रही हैं, सीएम योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस नीति के सामने जहां बड़े-बड़े अधिकारी घुटने टेक चुके हैं, वहां जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह जीरो टॉलरेंस नीति की जमकर धज्जियां उड़ा रहे हैं।
दरअसल प्राथमिक विद्यालय हीरापुर विकासखंड मारहरा में तैनात शिक्षिका सरोज कुमारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह और वरिष्ठ लिपिक जितेंद्र कुमार तोमर के खिलाफ बड़ा आरोप लगाते हुए शासन में शिकायत की है, कि 27 Tempered अध्यापकों से 80-80 हजार रुपए रिश्वत लेकर उनका वेतन रिलीज किया गया है। शिकायतकर्ता सरोज कुमारी ने आरोप लगाया है कि शासन के आदेशों की अवहेलना कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने 27 Tempered अध्यापकों से 80-80 हजार रुपए लेकर जुलाई 2021 से वेतन रिलीज कर दिया, लेकिन शिकायतकर्ता सरोज कुमारी ने 80 हजार रुपए रिश्वत नहीं दी तो उनका जुलाई 2021 से (वेतन) भुगतान नहीं किया।
उसके विपरीत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने शिकायतकर्ता सरोज कुमारी का भुगतान मा. उच्चतम न्यायालय एवं सचिव शासन तथा सचिव बेसिक शिक्षा परिषद के आदेश के क्रम में 25 फरवरी 2022 से ही भुगतान करने के आदेश 04 जून 2022 को प्रदान किए जो अब-तक प्राप्त नहीं हुआ है।
शिकायतकर्ता सरोज कुमारी ने शासन से मांग की है कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह ने अपने अधिकारों का दुरपयोग कर 27 शिक्षकों को जुलाई 2021 से एवं शिकायतकर्ता को 25 फरवरी 2022 से भुगतान के आदेश कर भेदभावपूर्ण व्यवहार कर उनका उत्पीड़न किया है, अतः निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही की जाए।