लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समेत प्रदेश स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा के लिए शहर के दागी स्कूल अब केन्द्र नहीं बनेंगे। जिन केन्द्रों पर अनियमितताएं एवं पेपर लीक की घटनाए हुईं, वहां कोई भी प्रतियोगी परीक्षा नहीं होगी। जिला स्तरीय कमेटी नये सिरे से केन्द्रों का निर्धारण करेगी।
डीआईओएस ने स्कूलों से आवेदन मांगे हैं। पूर्व में परीक्षाओं में अनियमितता के आरोप लगने के बाद नये सिरे से केन्द्र बनाने के निर्देश जारी किये हैं।
स्कूलों में 500 अभ्यर्थियों के बैठने की क्षमता होनी चाहिए
परीक्षा केन्द्र के लिए कलेक्ट्रेट से 20 किमी. की परिधि में आने वाले स्कूल पात्र होंगे। राजकीय, एडेड और वित्तविहीन यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएससी स्कूल आवेदन कर सकते हैं। कम 500 अभ्यर्थियों के बैठने की क्षमता होनी चाहिए। आवेदन में सीसी कैमरे, कक्षा संख्या, बैठने की सुविधा, बिजली और जनरेटर के साथ बस स्टैंड से दूरी आदि जानकारियां भेजनी हैं।
15 तक आवेदन करें
डीआईओएस राकेश कुमार ने परीक्षा केन्द्र बनवाने के इच्छुक स्कूलों के प्रधानाचार्यों को नोटिस एवं आवेदन का निर्धारित पारूप भेजा है। स्कूलों के प्रधानाचार्यों को एक से 15 सितम्बर तक आवेदन करना होगा। आवेदन डाक या सीधे डीआईओएस कार्यालय में कर सकते हैं।