उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने निर्देश दिए हैं कि स्कूलों में गुणवत्ता परक शिक्षा दी जाए। ब्लॉक स्तर पर संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से किया जाए। प्रेरणा पोर्टल पर पंजीकृत छात्र-छात्राओं के सापेक्ष आधार प्रमाणीकरण के काम को गंभीरता से लेते हुए इसे पूरा किया जाए।
संदीप सिंह बुधवार को खण्ड शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पेयजल की व्यवस्था बेहतर हो, शौचालय बेहतर ढंग से क्रियाशील हों और जल जीवन मिशन के तहत यूपीपीसीएल द्वारा कराए जा रहे पाइप्ड पेयजल आपूर्ति के तहत किए जा रहे कामों का सत्यापन किया जाए। विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने कहा कि सभी योजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। इस मौके पर महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनन्द सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मीटिंग में दिए निर्देश
- आधार विहीन छात्रों के आधार त्वरित गति से बनाना, आधार पेंडिंग @ स्कूल को अतिशीघ्र वेरिफिकेशन करके पेंडेन्सी समाप्त करे।
- शारदा पोर्टल पर प्रगति बहुत खराब है, नोडल शिक्षक वार समीक्षा करके चिंहित करे कि अभी तक कौन नोडल है जिसने शारदा एप पर कोई एंट्री नही की।
- नॉट सीडेड पर DBT पोर्टल मे अपेक्षित प्रगति नही हुए। स्कूल वार खराब प्रदर्शन वाले चिंहित कर उत्तरदायित्व निर्धारित करें।
- मानव संपदा का डाटा त्रुटि रहित करने किस स्तर पर पेंडेन्सी है और क्यों है, चिंहित कर कार्यवाही प्रस्तावित करे।
- Udise पोर्टल को अपग्रेड कर दिया है, अब छात्रों के नाम भी आधार नंबर सहित अंकित किये जायेंगे। अभी से तैयारी सुनिश्चित करें।
- अध्यापको की समस्या सही से सुनकर उनका समाधान यथा समय करे लिपिक या अनुचर किसी भी शिक्षक को परेशान न करे। यदि कोई प्रतिकूल पाया गया तो विभागीय कार्यवाही निश्चित है।
- प्रतिमाह टीचर अटेंडेंस समय से लॉक कराये। समय से लॉक न करने वाले पर उत्तरदायित्व तय करे।
- मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज छात्र संख्या का भौतिक सत्यापन रैंडम आधार पर करके रिपोर्ट दे।
- जो शिक्षक दूसरे जनपद से आये है, उनका लीव रिकॉर्ड जांचोपरांत अपडेट करें।
- कंपोजिट ग्रांट की वाल पेंटिंग न करने वाले स्कूल को संदिग्ध मानते सघन जांच करे और अनुपालन न करने पर दंडित कराये।
- कायाकल्प पर हेडमास्टर अपने स्कूल में पत्रावली रखे और प्रधान को प्रगति से अवगत करा कर 19 पैरामीटर्स पर कार्यवाही करे।
- निपुण लक्ष्य के प्रति जागरूक होकर प्रत्येक शिक्षक स्वयं हाथ से चार्ट बनाकर , अपनी क्लास मे चस्पा करे, यदि निरीक्षण में ऐसा नहीं मिला तो उत्तरदायित्व तय करे।
- प्रतिदिन प्रसारित शिक्षक संदर्शिका के अनुसार पढाई सुनिश्चित की जाय, निरीक्षण के समय गहनता से परखा जाय।
- अंत में मंत्री जी द्वारा संबोधित किया गया कि BEO अपनी भूमिका को अच्छी तरह से समझे और समन्वय बनाकर कार्य करे।