शिक्षक के खिलाफ अभियोजन की संस्तुति व पत्रावलियां गायब, जानें क्या है मामला


 

फिरोजाबाद 11.45 करोड़ रुपये के एमडीएम घोटाले के मामले में विजिलेंस की कार्रवाई तेज हो गई है। बीएसए ने घोटाले के आरोपी निलंबित प्रधानाध्यापक चंद्रकांत: शर्मा के खिलाफ अभियोजन की संस्तुति विजिलेंस को सौंप दी है। शुक्रवार को विजिलेंस के इस्पेक्टर ने बीएसए दफ्तर पहुंच कर घोटाले से जुड़े अभिलेखों के बारे में जानकारी ली। लेकिन टीम को पत्रावलिया नहीं मिलीं। विजिलेंस ने चंद्रकांत के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को जांच की गई है। एमडीएम घोटाले में मुकदमा दर्ज होने के बाद जिले में तैनात रहे अधिकारियों की भी धड़कन बढ़ी हुई है। विजिलेंस थाने में दर्ज मुकदमे में भले ही अधिकारियों का नाम नहीं है, लेकिन अधिकारी कर्मचारियों को लग रहा है कि विवेचना में कहीं उनका नाम न आ जाए। 



चंद्रकांत शर्मा के साथ में शिक्षा विभाग, टोरंट पावर आगरा, आवास विकास प्राधिकरण आगरा, नगर निगम आगरा के अधिकारियों सहित कई बैंक अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। चंद्रकांत शर्मा के खिलाफ विजिलेंस ने अभियोजन की संस्तुति मांगी थी। बताया जाता है विभाग ने अभियोजन संस्तुति को रजिस्ट्री के माध्यम से विजिलेंस को भेजा था, वह नहीं मिली। इस पर विजिलेंस इंस्पेक्टर अमर सिंह शुक्रवार को बीएसए दफ्तर में पहुंचे। बीएसए अंजली अग्रवाल से मिलकर अभियोजन संस्तुति लिखित में ली।