यूनीक आइडी से तलाशे जाएंगे ड्राप आउट बच्चे, यूपी बोर्ड सचिव ने सभी बीएसए से मांगी बेसिक विद्यार्थियों की यूनीक आइडी



बेसिक शिक्षा विभाग ने आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों की बनाई है विशेष पहचान



बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित उच्च प्राथमिक विद्यालयों, जूनियर हाईस्कूल तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालयों से कक्षा आठ पास उन छात्र-छात्राओं की तलाश उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) करेगा, जिन्होंने शैक्षिक सत्र 2022- 23 में कक्षा नौ में प्रवेश नहीं लिया है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) से कक्षा आठ पास छात्र- छात्राओं की यूनीक आइडी यूपी बोर्ड ने मांगी है।



बेसिक शिक्षा विभाग ने कक्षा आठ के छात्र-छात्राओं को यूनिक आइडी नंबर दिया है, जिसमें उनका संपूर्ण विवरण है। इस आइडी नंबर को माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कराकर ड्राप आउट विद्यार्थियों की पहचान की जा सकेगी। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला एवं प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने संयुक्त रूप से कक्षा आठ उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के कक्षा नौ में प्रवेश कराने को लेकर सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआइओएस) एवं बीएसए को पत्र भेजा है। 



कहा है कि आठवीं उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों को माध्यमिक स्तर की शिक्षा दिया जाना महत्वपूर्ण है। इसके लिए कक्षा आठ उत्तीर्ण एवं कक्षा नौ में प्रवेश लिए सभी छात्र छात्राओं का विवरण प्रतिवर्ष तैयार करना जरूरी है। इससे विद्यार्थियों को अग्रेतर शिक्षा के लिए प्रेरित करने एवं ड्राप आउट दर में कमी लाई जा सकेगी।




इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आवंटित यूनीक आइडी नंबर का डेटा माध्यमिक शिक्षा विभाग से साझा करने के निर्देश दिए हैं। इधर, माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल को अवगत कराया है कि बेसिक शिक्षा विभाग की और से कोई यूनीक आइडी नंबर डेटा उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस कारण कक्षा नौ में प्रवेश लेने वाले संबंधित छात्र-छात्राओं के यूनीक आइडी वाले कालम को वेबसाइट पर भर नहीं पा रहे हैं।



यूपी बोर्ड सचिव की ओर से अपर सचिव अशोक कुमार गुप्ता द्वारा सभी बीएसए को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि यूनीक आइडी नंबर न दिए जाने से कक्षा आठ के आगे अध्ययन नहीं करने वाले छात्र-छात्राओं का विवरण रख पाना संभव नहीं हो सकेगा। ऐसे में तत्काल आइडी नंबर उपलब्ध कराएं, ताकि कक्षा नौ में प्रवेश के समय विद्यार्थी की यूनीक आइडी को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कराया जा सके। इसके अपलोड होने से वह बच्चे चिह्नित किए जा सकेंगे, जिन्होंने प्रवेश नहीं लिया है। उसके बाद इनके प्रवेश कराने के लिए प्रयास किए जाएंगे।



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