शिक्षक की शिकायत नहीं सुन रहा विभाग, धरने पर बैठा, जानें क्या है मामला


झांसी। बेसिक शिक्षा विभाग में एक शिक्षक धरने पर बैठने को मजबूर है। शिक्षक का कहना है कि उसने स्कूल में उसके साथ हो रहे व्यवहार की कई बार शिकायत की है लेकिन विभाग की तरफ से उसको न तो कोई जांच हो रही है, न ही उसकी शिकायत गंभीरता से ली जा रही है। धुवा गांव युवा में नियुक्त शिक्षक गौरव तिवारी बेसिक शिक्षा विभाग के सामने धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि उन्होंने छह माह पहले अपने साथ ही रहे व्यवहार की शिकायत तत्कालीन बीएसए को को श्री जिस पर तत्कालीन बीएसए वेदराम ने विभाग को जांच करने के आदेश दिए गए थे। जिसमें विभाग ने कोई खास रुचि नहीं ली।





शिक्षक ने जिलाधिकारी और न्यायालय से गुहार लगाई। जिसमें शिक्षक का कहना है कि तथ्य सबूतों के साथ बताए जाने के बाद न्यायालय ने उनको दूसरे स्कूल में अटेच करने के लिए आदेशित किया था। वहीं जिलाधिकारी ने भी इस मामले की जांच करने के लिए जांच कमेटी गठित की थी लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी उस पर कोई जांच नहीं हुई। अब शिक्षक को वापस उसी स्कूल में जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है जबकि शिक्षक की मांग है कि आरोपों की जांच की जाए।




वहीं उसका कहना है कि उसको जानमाल का भी खतरा है। शिक्षक गौरव तिवारी का कहना है कि जब तक विभाग द्वारा मामले की जांच या फिर उसे कहीं और अटैच नहीं किया जाता, वह धरने में बैठा रहेगा वहीं बीएसए नीलम यादव का कहना है कि किसी दूसरे स्कूल में संबद्ध नहीं किया जा सकता है। यह शासन के आदेश के खिलाफ है, शिकायतों की जांच पहले ही की जा चुकी है।