लखनऊ। विभिन्न जिलों के 50 खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) अपने-अपने ब्लॉक के परिषदीय स्कूलों को निपुण स्कूल बनाएंगे। अधिकारियों ने खुद तीन साल के लक्ष्य को एक वर्ष में हासिल करने का बीड़ा उठाया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर इन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के अनुसार कोकाल में स्कूलों की बड़ी से प्रभावित पढ़ाई की भरपाई के लिए निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा तीन तक के बच्चों के लिए विशेष कोर्स तैयार किया गया है। वर्ष 2026 तक इसे अलग-अलग पढ़ाया जाएगा। वर्तमान सत्र में पहली सितंबर से मार्च तक 22 सप्ताह का इसका विशेष क्लासरूम संचालन
बाहरी एजेंसी करेगी दावे को प्रमाणितः विद्यालय में बच्चे निपुण योजना के तहत गणित व भाषा में लक्ष्य के अनुरूप पारंगत हुए पा नहीं? इसका परीक्षण चाहरी एजेंसी से कराया जाएगा एजेंसी के सदस्य विद्यालय में बच्चों से बात कर उनको योग्यता को परखेंगे और बताएंगे कि वह निपुण कार्यक्रम के तहत तैयार हुए या नहीं।
प्रस्तावित है। भाषा व गणित को इसमें पढ़ाई होनी है। इसी के तहत वर्तमान सत्र में 50 खंड शिक्षा अधिकारियों को सुपर 50 योजना के तहत प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन अधिकारियों ने खुद अपने ब्लॉक में मार्च 2026 तक का लक्ष्य 2023 में ही पूरा करने का वादा किया है