जनपद के 281 शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेज की होगी जांच


सोनभद्र जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में पिछले कुछ सालों में नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र व उनके शैक्षिक दस्तावेज की गहनता से जांच होगी। इसके लिए अपर शिक्षा निदेशक की और से डीआईओएस को पत्र जारी कर जानकारी मांगी गई है।

झांसी में फर्जी नियुक्ति पत्र व शैक्षणिक दस्तावेज के आधार पर पांच लोगों की नियुक्ति का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है। जिले में करीब आठ माह पूर्व दो फर्जी शिक्षकों पर विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया था। अब अन्य शिक्षक भी जांच के दायरे में आएंगे। विभाग को आशंका है कि जिले में भी ऐसे प्रकरण सामने आ सकते हैं। ऐसे में अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय) केके गुप्ता की ओर से सोनभद्र वाराणसी चंदौली, भदोही सहित अन्य जिलों के डीआईओएस को पत्र भेजकर सूचना मांगी गई है।


उन्होंने बताया है कि वर्ष 2020 से लोकसेवा आयोग से सीधी भर्ती के माध्यम से प्रवक्ता और एलटी ग्रेड पर चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र ऑनलाइन जारी किए गए हैं। इसके बाद किसी भी अभ्यर्थी को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया। जिले में इस अवधि में 46 राजकीय स्कूलों में कुल 256 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। एडेड स्कूलों में 25 शिक्षक नियुक्त किए गये हैं।

स्पष्ट निर्देश है कि नवनियुक्त शिक्षकों की ओर से उपलब्ध कराए गए नियुक्ति पत्र का मिलान डीआईओएस करें। उनके सभी दस्तावेज की जांच पूरी सतर्कता के साथ करें। अगर किसी शिक्षक की ज्वाइनिंग नहीं हुई है तो सावधानीपूर्वक दस्तावेजो कर के ज्वाइन कराएं। अभ्यर्थियों को सीधे प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक कार्यभार ग्रहण नहीं करा सकते हैं। झासी में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर पांच युवकों के ज्वाइन करने का मामला सामने आने के बाद सभी नवनियुक्त शिक्षकों का विवरण हर हाल में ई मेल या वाहक के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश है।