बेसिक शिक्षा विभाग: अब आम आदमी भी सरकारी स्कूलों को ले सकेंगे गोद , अपने मनचाहे स्कूल को दे सकेंगे मदद

 अब आम आदमी भी सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए मदद कर सकेगा। स्कूलों को गोद ले सकेगा या फिर स्कूल के लिए पढ़ने-लिखने की सामग्री दे सकेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग इसके लिए कायाकल्प विद्यांजलि पोर्टल जल्द ही लांच करने जा रहा है।


अभी तक किसी स्कूल को सीधे दान देने के लिए जिलाधिकारी के माध्यम से कार्रवाई करनी पड़ती है और इसमें लम्बा समय लगता है, जिसके चलते आम आदमी इससे बचता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंत्रियों, विधायकों, अन्य जनप्रतिनिधियों समेत राजपत्रित अधिकारियों से स्कूल गोद लेने का आह्वान किया है लेकिन अब इसे आगे बढ़ाते हुए विभाग की आम आदमी और समुदाय को भी इससे जोड़ने की योजना है।

इसके तहत कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी, सामुदायिक सहयोग, प्रतिष्ठित या इच्छुक व्यक्तियों समेत स्कूल के पूर्व छात्रों आदि द्वारा दान लिया जा सकेगा। अभी इस दान के लिए इनकम टैक्स में छूट नहीं मिलेगी लेकिन पोर्टल के चालू हो जाने के बाद विभाग इसके लिए इनकम टैक्स विभाग से पत्राचार कर इसकी व्यवस्था भी करेगा।

कॉपी, किताब, स्टेशनरी आदि भी दे सकेंगे लोग: स्कूलों में अध्ययन सामग्री यानी स्टेशनरी आदि दी जा सकेगी। इसके अलावा यदि कोई स्कूल में पथ प्रदर्शक बनना चाहेगा तो इसकी व्यवस्था भी पोर्टल पर रहेगी। पोर्टल तैयार करने का काम तेजी से चल रहा है।


अपने मनचाहे स्कूल को दे सकेंगे मदद

इस पोर्टल के माध्यम से स्कूलों को किसी भी किस्म की मदद दी जा सकेगी। जिला स्तर पर विद्यालय विकास कोष का खाता खोला जाएगा, जिसमें कोई भी सीधे दान दे सकेगा। लेकिन यदि आप अपने गांव या कस्बे के किसी खास स्कूल को सामान या आर्थिक मदद देना चाहते हैं तो वह भी संभव होगा। इसके लिए आपको पोर्टल पर उस खास स्कूल को चुनना होगा और फिर अपना दान देना होगा।