लखनऊ:-परिषदीय विद्यालयों में देर से पहुंचने वाले और अक्सर गैरहाजिर रहने वाले शिक्षक अब सचेत हो जाएं , उन पर शिकंजा कसने जा रहा है । जिले के सारे खंड शिक्षा अधिकारी व जिला समन्वयक एक ही विकासखंड में दो वे स्कूलों का हर दिन सघन निरीक्षण करेंगे । उन्हें स्कूल का नाम व यू – डायस कोड आवंटित किया जाएगा गायब रहने वाले शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है ।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे हर दिन सुबह छह बजे सभी खंड शिक्षा अधिकारियों , जिला समन्वयकों को कार्यालय पर बुलाएं और उनसे प्रेरणा एप के माध्यम से निरीक्षण कराया जाए । निरीक्षण में दूरस्थ ब्लाक व दूरस्थ विद्यालय सभी अधिकारियों को आवंटित होंगे । निर्देश है कि एक अधिकारी को दो वे स्कूल ही दिए जाएं और सभी को एक ही ब्लाक में भेजें ताकि अधिक से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण हो सके स्कूल समय से खुल रहा है या नहीं इसकी जांच करें और जो शिक्षक उपस्थित न मिले उनके विरुद्ध नियमानुसार कठोर कारवाई हो ।
महानिदेशक ने लिखा कि विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-1800 666 का अधिकाधिक प्रचार – प्रसार करें । इससे विद्यालय से संबंधित सभी समस्याएं राज्य स्तर तक पहुंच सकेंगी । हर स्कूल में यह नंबर चस्पा किया जाए , ताकि कोई अभिभावक शिकायत करना चाहता है तो उसकी बात सुनी जा सके । यह नंबर सुबह 6.30 से शाम 5.30 बजे तक संचालित रहता है । निर्देश है कि एसआरजी एआरपी व डायट मेंटर की बैठक करके ऐसे शिक्षकों का नाम पता किया जाए तो तीन दिन या उससे अधिक दिनों से स्कूल बिना किसी सूचना के नहीं आ रहे हैं । ऐसे शिक्षकों पर भी कठोर कार्रवाई की जाए । निरीक्षण में यह भी देखा जाएगा कि पिछले वर्ष डीबीटी के माध्यम से जिन अभिभावकों को यूनीफार्म , स्कूल बैग , जूता – मोजा व स्वेटर के लिए धन मिला है उससे सामग्री खरीदी गई है । या नहीं और बच्चे यूनीफार्म में आ रहे हैं ?
माह के अंत तक यूनीफार्म आदि का मिलेगा धन
डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों को यूनीफार्म , स्कूल बैग , जूता – मोजा व स्वेटर के लिए धन जुलाई माह के अंत तक दिए जाने की तैयारी है । निर्देश है कि अभिभावकों को इसके लिए अभी से प्रेरित किया जाए ।