केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को देश के लिए बहुत ही उपयोगी और भविष्य की दिशा तय करने वाला बताया। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति देश की जड़ों से जुड़ी हुई है और देशभर में इसे अभूतपूर्व स्वीकार्यता मिली है। शाह ने कहा, नई शिक्षा नीति वैश्विक परिप्रेक्ष्य को आत्मसात करते हुए ‘भारतीयता’ में निहित है। ज्ञान एवं संस्कृति को समृद्ध करती है और समाज की आकांक्षाओं के साथ जुड़ी है।
गृहमंत्री नई शिक्षा नीति की घोषणा के दो साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, शिक्षा का उद्देश्य चरित्र, सहानुभूति और साहस का विकास करना और छात्रों को जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करना है। शिक्षा भारत को सफलता के शिखर तक पहुंचने में सक्षम बना सकती है। समाज उम्मीदों के साथ हमारी ओर देख रहा है और इसे पूरा करने की उम्मीद करता है। शाह ने कहा कि हमारी शैक्षिक आकांक्षा ना केवल डिग्री और प्रमाणपत्र अर्जित करने के लिए है, बल्कि पूरी दुनिया की भलाई के लिए भी है।