आधार के सत्यापन में फंसेंगी परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की यूनीफार्म, शिक्षकों को अलग से रजिस्टर बनाने के निर्देश

शाहजहांपुर। परिषदीय विद्यालयों में सत्र शुरू होने के बाद बच्चों की यूनीफार्म और जूते-मोजे देने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया। विभाग ने बच्चों के आधार कार्ड का सत्यापन करने के लिए शिक्षकों को लगाया गया। शिक्षक शिक्षण कार्य को छोड़कर आधार के सत्यापन में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ पे्ररणा पोर्टल पर सत्यापन के दौरान आधार में तमाम खामियां सामने आ रही हैं। इसके चलते बच्चों की यूनीफार्म और जूता-मोजे पर संकट के बादल मंडराने लगा है।


जिले के करीब 2700 परिषदीय व संविलियन विद्यालयों में तीन लाख 11 हजार 114 छात्र-छात्राओं ने प्रमोट होकर अगली कक्षा में प्रवेश किया था। इसी तरह 60 हजार 684 बच्चे नवप्रवेशित थे। इन बच्चों को यूनीफार्म, जूते-मोजे के 11-11 सौ रुपये डीबीटी के माध्यम से खातों में ट्रांसफर करने के लिए सत्यापन का काम शुरू कराया गया। गत वर्ष अभिभावकों के आधार अपलोड हुए थे। इस बार बच्चों के आधार कार्ड का सत्यापन करने में शिक्षकों को लगाया गया। स्कूल में गुरुजन शिक्षण कार्य को छोड़कर बच्चों के आधार सत्यापन कार्य में लग गए हैं। सत्यापन के दौरान शिक्षकों को तमाम खामियां से दो-चार होना पड़ रहा है। प्रेरणा पोर्टल एप भी चलते-चलते बंद हो जाता है। वहीं बच्चों के आधार कार्ड में नाम, जन्मतिथि, अभिभावक के नाम और पते में तमाम गड़बड़ियां निकलकर आने के चलते शिक्षक परेशान हैं। शिक्षक अभिभावकों से आधार को संशोधन कराने की गुजारिश कर रहे, लेकिन अभिभावक इस कार्य में रुचि नहीं ले रहे। ऐसी स्थिति में बच्चों के खाते में रुपये ट्रांसफर होना मुश्किल होगा।


शिक्षकों को अलग से रजिस्टर बनाने के निर्देश
आधार कार्ड में गड़बड़ी मिलने वाले बच्चों का नाम और अन्य डाटा का अलग से रजिस्टर बनाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग का उद्देश्य है कि आधार कार्ड में गड़बड़ी वाले बच्चों का डाटा सामने आने के बाद उनके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
-डीबीटी के लिए आधार कार्ड के सत्यापन का कार्य कराया जा रहा। आधार कार्ड सीड न होने व अन्य कमियां सामने आ रही है। अभिभावक भी आधार कार्ड सही कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। प्रयास है कि तय समय पर आधार कार्ड का सत्यापन का काम पूरा करा लिया जाए। - निशान सिंह, जिला समन्वयक