पैसा भेजने के बाद भी परिषदीय विद्यालयों में नहीं सुनाई दे रही ब्लूटूथ स्पीकर की गूंज


बेसिक के परिषदीय विद्यालयों ने ऑनलाइन पढ़ाई में सहायक सिद्ध होने वाले ब्लूटूथ स्पीकर की खरीदारी अभी तक नहीं की है, जबकि राज्य परियोजना निदेशालय विद्यालयों के प्रबंध समिति के खातों में चार महीने पहले ही धन आवंटित कर चुका है।


साथ ही खरीद का ब्योरा भी मांगा था। निदेशालय की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी के एक भी प्राथमिक विद्यालय ने ब्लूटूथ स्पीकर की खरीददारी नहीं की है।
दीक्षा पोर्टल पर परिषदीय विद्यालयों के छात्रों के लिए ऑडियो-वीडियो शिक्षण सामग्री है। मोबाइल व प्रोजेक्टर से पढ़ाई के दौरान आवाज स्प्ष्ट सुनाई दे, इसके लिए राज्य परियोजना निदेशालय ने फरवरी में ब्लूटूथ स्पीकर खरीदने का निर्देश दिया था।

जिले में 1347 प्राथमिक विद्यालय हैं। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में दो-दो की संख्या के हिसाब से 2600 से ज्यादा ब्लूटूथ स्पीकर खरीदे जाने थे।
एक हजार रुपये की दर से 26.940 लाख रुपये की राशि भी आवंटित कर दी थी। गत 18 मई को परियोजना निदेशालय ने गूगल लिंक से खरीदे गए ब्लूटूथ स्पीकर का ब्योरा मांगा गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, जिले में एक भी ब्लूटूथ स्पीकर की खरीददारी नहीं की गई है, जबकि 16 जून से परिषदीय विद्यालय खुल चुके हैं। अभी नई किताबें भी नहीं आई हैं। छात्रों को पुरानी किताबों से ही पढ़ाया जा रहा है।
ब्योरा उपलब्ध कराने के निर्देश
अपर परियोजना निदेशक रोहित त्रिपाठी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को जल्द ब्लूटूथ स्पीकर का क्रय कराकर, सत्यापन के पश्चात ब्योरा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं, बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि विद्यालयों के प्रबंध समिति के खातों में धनराशि हस्तांतरित की जा चुकी है। ब्लूटूथ स्पीकर खरीदे जा रहे हैं। काफी विद्यालयों में खरीदे जा चुके हैं। हो सकता हो पोर्टल पर इसकी सूचना अपडेट न हुई हो।
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