उत्तर प्रदेश में अब पीसीएस अफसरों को हर साल अपनी चल-अचल संपत्ति का ऑनलाइन ब्योरा देना होगा। इसके लिए एनआईसी के माध्यम से ‘स्पैरो-यूपी’ पोर्टल तैयार हो चुका है। सभी अधिकारियों को लॉग-इन व पासवर्ड भी दे दिया गया है। इन अफसरों की वार्षिक गोपनीय प्रविष्टि (एसीआर) भी अब ऑनलाइन दी जाएगी।
भारत सरकार ने आईएएस अधिकारियों के लिए कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के तहत यह व्यवस्था पहले से लागू कर रखी है। उन्हें स्पैरो सॉफ्टवेयर से अपनी संपत्ति का ब्योरा ऑनलाइन ही देना होता है। इसी तर्ज पर प्रदेश सरकार ने पीसीएस अफसरों के लिए भी यह व्यवस्था लागू कर दी है। प्रदेश में करीब 1500 पीसीएस अधिकारी हैं। हर साल 1 से 21 जनवरी के बीच इनको अपनी संपत्ति का ब्योरा देना होगा। ऐसा न करने वालों पर विभागीय कार्रवाई होगी। प्रत्येक अधिकारी को नए वित्त वर्ष के पहले महीने यानी अप्रैल में पिछले वित्त वर्ष के लिए अपना स्व-मूल्यांकन (सेल्फ एप्रेजल) भी ऑनलाइन देना होगा।