बहराइच। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व संविलियन विद्यालयों के एसएमसी खातों को बैंक ऑफ बड़ौदा में संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। जबकि जिले में बैंक ऑफ बड़ौदा की महज आठ शाखाएं ही संचालित हो रही हैं।
ऐसे में शिक्षकों को धनराशि निकालने व खातों से जुड़े अन्य कार्यों के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। इससे शिक्षकों में काफी रोष है। शिक्षक संघ पदाधिकारियों द्वारा बीएसए को ज्ञापन सौंपते हुए इस योजना को वापस कराने का आह्वान किया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जनपद में कुल 2803 विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। सभी विद्यालयों में एमडीएम व एसएमसी खातों का संचालन किया जाता है। एसएमसी खाते से विद्यालय के फर्नीचर, रंगरोगन समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी की जाती है। अभी तक सभी प्रधानाध्यापक विद्यालय के •आसपास स्थित बैंक शाखाओं में एसएमसी खातों का संचालन करते थे। इनमें आर्यावर्त ग्रामीण बैंक, इंडियन बैंक व भारतीय स्टेट बैंक प्रमुख रूप से शामिल थे, लेकिन अब शासन की ओर से सभी विद्यालयों के एसएमसी खातों को बैंक ऑफ बड़ौदा में संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान समय में बैंक ऑफ बड़ौदा की जनपद में मात्र आठ शाखाएं ही संचालित हो रही हैं। ऐसे में शिक्षकों को कहना है कि एसएमसी खातों से धनराशि निकालने व अन्य कार्यों के लिए उन्हें 50 से 70 किलोमीटर तक की दूरी तय कर बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखाओं तक जाना होगा। इसमें महिला शिक्षिकाओं को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही समय का भी अपव्यय होगा। इस योजना का विरोध करते हुए शिक्षक संघ पदाधिकारियों ने बीएसए को ज्ञापन भी सौंपा है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष आनंद मोहन मिश्र ने बताया कि यह योजना पूर्णतया अव्यवहारिक है। ऐसे में इस योजना को तत्काल वापस लिया जाए। जिससे शिक्षकों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
शासन के निर्देशों का होगा पालन
एसएमसी खातों का संचालन बीओबी में किए जाने का आदेश उच्चाधिकारियों द्वारा दिया गया है। जिला स्तर से इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। •उच्चाधिकारियों द्वारा जो भी आदेश दिया जाएगा। उसका पालन कराया जाएगा। अजय कुमार, बीएसए ।