। जिन स्कूलों में स्मार्ट क्लास है वहां के दरवाजों और गेट में डबल इण्टरलॉक लगावाया जाएगा। खिड़कियों में मजबूत ग्रिल अनिवार्य रूप से लगाई जाएगी। कम्पोजिट ग्राण्ट का 10 फीसदी हिस्सा साफ-सफाई पर खर्च होगा। इस संबंध में बुधवार को महानिदेशक विजय किरन आनंद ने आदेश जारी कर दिया है।
अगले दो वर्षों में 50 हजार स्मार्ट क्लास लगनी प्रस्तावित हैं। इस वर्ष की कम्पोजिट ग्रांट का बजट जल्द ही जारी किया जाएगा। यह ग्रांट छात्र संख्या के आधार 12500 से एक लाख रुपये तक दी जाती है। स्मार्ट क्लास के लिए वार्षिक कार्ययोजना में प्रस्ताव भेजा गया है। इसलिए उसकी सुरक्षा के लिए स्मार्ट क्लास में लोहे का ग्रिल और कुण्डी लगवाई जाएगी।
स्कूलों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हैण्ड पम्प या सबमर्सिबल पम्प के पास पक्का प्लेटफार्म व सोख्ता गड्ढा का निर्माण, ब्लैक बोर्ड, फर्श आदि के खर्च का आगणन किया जाए।