बीएसए ऑफिस में बाब ू और लेखाकार से पूछताछ
लखीमपुर, बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करने वाली एक शिक्षिका का बेटा पिछले 15 सालों से जीपीएफ, पेंशन व बीमा धनराशि के भुगतान की मांग को लेकर बीएसए कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। डीएम, मुख्यमंत्री से भी शपथपत्र पर शिकायत करके बकाया धनराशि दिलाने की मांग की। आरोप यह भी लगाया कि भुगतान न होने के कारण सेवानिवृत्ति के बाद पैसों के अभाव में इलाज न करा पाने पर मां व पिता की मौत हो गई। परेशान बेटे ने अब न्यायालय से गुहार लगाई है। सोमवार को बीएसए कार्यालय पहुंची पुलिस ने पटल सहायक व लेखाकार के बयान दर्ज किए।
शहर के मोहल्ला हाथीपुर में रहने वाले अखिलेश शुक्ला ने डीएम, बीएसए, मुख्यमंत्री कार्यालय में शपथपत्र पर शिकायत की। इसमें बताया कि उनकी मां सरला देवी बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका के पद पर तैनात थी। प्राथमिक विद्यालय महरिया ईसानगर से 2007 में सेवानिवृत्त हुईं। सेवानिवृत्ति के बाद छह महीने तक अनंतिम पेंशन दी गई। पेंशन, जीपीएफ, बीमा आदि का भुगतान नहीं हुआ। इस बीच सरला देवी व पिता बीमार हुए। उनका इलाज कराने के लिए पैसों की जरूरत थी। वह लगातार बीएसए कार्यालय, लेखा कार्यालय दौड़ते रहे पर भुगतान नहीं हुआ। इलाज न करा पाने के कारण 2012 में दोनों की मृत्यु हो गई। अखिलेश शुक्ला ने पटल सहायक, लेखाकार व लेखाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने और भुगतान कराने की मांग की। अखिलेश ने न्यायालय से भी रिपोर्ट दर्ज कर भुगतान कराने की गुहार लगाई है। सोमवार को पुलिस ने पहुंचकर बीएसए कार्यालय के बाबू जितेन्द्र वर्मा, लेखाकार शिवबालक गिरि से मामले की जानकारी ली और पूछताछ की। वित्त एवं लेखाधिकारी हरिकेश बहादुर ने बताया कि मामला काफी पुराना है। कार्यालय में कोई प्रत्यावेदन नहीं मिला है। न्यायालय के निर्देश पर पुलिस जांच करने आई थी
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