कुंडा। कुंडा के बानेमऊ गांव स्थित परिषदीय स्कूल का गेट और पिलर बुधवार सुबह भरभराकर ढह गया। उसके मलबे में दबकर एक छात्रा की मौत हो गई और दो बच्चे घायल हो गए। घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचाकर पुलिस ने बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्रा की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की जानकारी होते ही एसडीएम, बीएसए, सीओ व बीईओ समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
कुंडा कोतवाली क्षेत्र के बानेमऊ गांव निवासी अशोक कुमार सरोज की बेटी वंदना (9) गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा तीन की छात्रा थी। बुधवार को वह पड़ोस के ऋषभ (5), संध्या (8) व अन्य बच्चों संग स्कूल गई थी। बच्चे करीब सवा सात बजे स्कूल पहुंचे तो उस समय तक कोई शिक्षक नहीं आया था। बच्चे स्कूल बाउंड्री का गेट पकड़कर झूलने लगे। इसी दौरान लोहे का गेट पिलर समेत बच्चों पर गिर गया।
वंदना पिलर के मलबे और गेट के नीचे दब गई जबकि ऋषभ व संध्या को ईंटें छिटकने से चोट लगी। हादसा देख आसपास के लोग दौड़कर पहुंचे और किसी तरह मलबा हटाकर बच्चों को बाहर निकाला लेकिन वंदना तब तक अचेत हो चुकी थी। तीनों को तुरंत सीएचसी पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने देखते ही वंदना को मृत घोषित कर दिया जबकि ऋषभ और संध्या का इलाज कर घर भेज दिया। एसडीएम सतीश चन्द्र त्रिपाठी, सीओ अजीत कुमार सिंह, बीएसए भूपेन्द्र सिंह, बीईओ शिव बहादुर मौर्या, बीडीओ संजय कुमार श्रीवास्तव संग कई अधिकारी विद्यालय पहुंच गए।