लखनऊ : सरकार अब छात्रवृत्ति का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए डिजिलाकर का सहारा लेने जा रही है। छात्रवृत्ति का आवेदन करने वाले सभी छात्र-छात्रओं की मार्कशीट अब डिजिलाकर से जांची जाएगी। डिजिलाकर में असली मार्कशीट सीधे बोर्ड की वेबसाइट से अपलोड होती है इसलिए इसमें कोई फर्जीवाड़ा संभव नहीं है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग श्रीट्रान इंडिया लिमिटेड को तकनीकी पार्टनर बनाने जा रहा है।
कई जिलों में फर्जी मार्कशीट के आधार पर छात्रवृत्ति स्वीकृत होने की शिकायतें मिलती रहती हैं। इसी समस्या को देखते हुए समाज कल्याण विभाग डिजिलाकर का प्रयोग करने जा रहा है। डिजिलाकर एक वचरुअल लाकर है, इसमें सभी जरूरी दस्तावेज सुरक्षित रख सकते हैं। इसमें एकाउंट बनाने के लिए आधार नंबर जरूरी होता है।