लखनऊ : अधिक से अधिक हरियाली बढ़ाने के लिए अब हर विभाग को 15 से 20 स्कूलों को गोद लेना होगा। जहां इन विभागों को 75 फलदार पौधे लगाने होंगे। ये पौधे आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘अमृत वन’ कहलाएंगे।
इसी तरह फील्ड स्तरीय प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को स्वयं एक-एक फलदार पौधा सरकारी भूमि पर लगाना होगा और उसकी तीन वषों तक देखभाल भी करनी होगी। सभी अधिकारी और कर्मचारी लोगों को प्रेरित करेंगे कि वे भी अपने परिवार के सदस्यों के नाम एक-एक फलदार पौधा लगाकर उसकी देखभाल फल देने की क्षमता विकसित होने तक करें। ये पौधे सामुदायिक भूमि व पार्क में लगाए जाएंगे।
जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के सभागार में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्षाकाल में आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष पौधारोपण कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि 19 मई तक पौधारोपण की कार्ययोजना न देने वाले अधिकारियों का वेतन रोका जाए। बैठक में समिति के सचिव व प्रभागीय वनाधिकारी डा. रवि कुमार सिंह समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
हर विभाग को लेना होगा 15 से 20 स्कूलों को गोद, लगाने होंगे 75 फलदार पौधे, तीन वर्षो तक देखभाल होगी जरूरी
इन विभागों ने नहीं दी रिपोर्ट
पौधारोपण को लेकर कई सरकारी विभाग लापरवाह बने हुए हैं। इसमें लोक निर्माण विभाग, जलशक्ति विभाग, रेशम विभाग, कृषि विभाग, स्वास्थ्य विभाग, उद्यान विभाग, उद्योग विभाग, ऊर्जा विभाग, माध्यमिक शिक्षा, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा, रेलवे विभाग एवं गृह विभाग की तरफ से कोई कार्ययोजना नहीं दी गई है।
बैठक में हुए निर्णय
सभी विभागों को तीन वषों में कराए गए पौधारोपण को माई ट्री एप पर अपलोड करना होगा। मनरेगा कार्ड जाब धारकों और पीएम आवास के लाभार्थियों सहित स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय प्राप्त लाभार्थियों की तरफ से एक ही दिन में एक-एक पौधा लगाया जाएगा।