अब राज्य विश्वविद्यालय के सरकारी आवासों पर रहने वालों को खुद के नाम से बिजली का कनेक्शन लेना होगा। अभी विश्वविद्यालयों के नाम कनेक्शन से ही ज्यादातर आवासों में बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए नाम मात्र का ही भुगतान किए जाने से जहां विश्वविद्यालयों को भारी-भरकम बिजली का बिल चुकाना पड़ रहा है।
वहीं, बिजली का खूब दुरुपयोग भी हो रहा है। राज्यपाल (कुलाधिपति) आनंदीबेन पटेल ने इसको गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालयों के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों के नाम से ही बिजली कनेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्यपाल के निर्देश पर पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक द्वारा सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों को विश्वविद्यालय परिसर में कैंप लगाकर निजी नाम से कनेक्शन देने के लिए कहा गया है। राज्य के 29 विश्वविद्यालयों और संस्थानों के परिसर में बड़े पैमाने पर बने सरकारी छोटे-बड़े आवासों में प्रोफेसर से लेकर अधिकारी-कर्मचारी रहते हैं। गौर करने की बात यह है कि सरकारी आवासों में रहने वाले विश्वविद्यालय के बिजली कनेक्शन से ही अपने आवास में भी बिजली का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए उनके द्वारा नाम मात्र का कुछ सौ रुपये ही बिल जमा किया जाता है जबकि प्रतिमाह हजारों रुपये की बिजली का इस्तेमाल किया जाता है। पिछले दिनों राज्य विश्वविद्यालयों व संबंधित संस्थानों की समीक्षा के दौरान यह तथ्य संज्ञान में आने पर कुलाधिपति द्वारा कुलपतियों व निदेशकों को व्यवस्था ठीक करने के निर्देश देते हुए कहा गया था कि सरकारी आवास में रहने वाले अपने-अपने नाम से कनेक्शन लें लेकिन ज्यादातर ने अपने नाम से कनेक्शन नहीं लिया। इस पर राजभवन में पावर कारपोरेशन के अफसर बुलाए गए। कुलाधिपति के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता ने राज्यपाल के निर्देश पर पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार को राज्य विश्वविद्यालयों व संस्थानों के कुलपति व निदेशकों से समन्वय करके सभी सरकारी आवासों में रहने वालों को उनके नाम से बिजली कनेक्शन दिलाने की व्यवस्था करने को कहा है। कारपोरेशन के एमडी ने सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों को विश्वविद्यालयों व संस्थान के परिसर में ही कैंप लगाकर निजी नाम से कनेक्शन दिलाने को कहा है।
’राज्यपाल के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव ने पावर कारपोरेशन को लिखा पत्र ’सभी डिस्काम के एमडी को कैंप लगाकर निजी नाम से कनेक्शन देने के निर्देश
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ’ फाइल फोटो
प्रयागराज के दो विश्वविद्यालय सौंपी गई सूची में प्रयागराज के दो विवि शामिल हैं। इसमें प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) और उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि हैं।