मौसम विभाग का अलर्ट: दो दिनों बाद पूर्वी यूपी में तेज हवा संग बारिश की संभावना

उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को चढ़े पारे के कारण गर्मी ने सभी को परेशान कर दिया। अधिकांश जिलों में तापमान 40 से 48 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान बांदा में 47.8 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि झांसी में तो मई की गर्मी ने पिछले दस साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। वहां अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। हालांकि कुछ जिलों में धूल भरी तेज हवाएं चलीं तो कुछ स्थानों पर बादल छाए रहे और चमक के साथ तेज हवाओं का रुख रहा।




मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान से चलने वाली गर्म हवाओं का असर बुंदेलखंड के जिलों में देखने को मिल रहा है। अभी हीट वेव और तेज हो सकती है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि पार 48 डिग्री सेल्सियस का भी आंकड़ा छू सकता है। शनिवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 15 से 18 मई तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश और चमक के साथ तूफान की संभावना जताई जा रही है। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 42.0 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।



प्रदेश में सबसे अधिक तापमान बांदा में 47.8 डिग्री सेल्सियस, झांसी में 47.6 डिग्री सेल्सियस और कानपुर में 46.7 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में न्यूनतम तापमान मेरठ में 23.7 डिग्री सेल्सियस नजीबाबाद में 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को शहर का एक्यूआइ स्तर 120 तक दर्ज किया गया। मौसम विभाग पूर्वानुमान के अनुसार, अगले दो दिनों तक शहर का अधिकतम तापमान 43.0 और न्यूनतम तापमान 27.0 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है।



झांसी में टूटी रिकार्ड : झांसी में मई की गर्मी ने पिछले दस साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। पिछले एक दशक में मई में कभी इतनी गर्मी नहीं पड़ी। वर्ष 2013 से 2021 तक के मई की गर्मी के आंकड़े देखें तो साल 2020 में 22 मई को अधिकतम पारा 47 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। जबकि, 2021 में छह मई को 43.4 डिग्री सेल्सियस रहा।