प्रयागराज : असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की लिखित परीक्षा में तीन विषयों के प्रश्नों पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति की थी। आपत्ति करने वालों ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इसलिए हाईकोर्ट से फैसला होने तक एक विषय की चयन प्रक्रिया पूरी तरह से ठप है। जबकि दो विषयों में चयन आंशिक रूप से रोका गया है। अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) की विज्ञापन संख्या 50 के तहत 47 विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती हो रही है। लिखित परीक्षा का परिणाम जारी करने के बाद यूपीएचईएससी में 25 अप्रैल से साक्षात्कार शुरू हो गया। आयोग ने सभी विषयों के साक्षात्कार की तिथि घोषित कर दी।
इसी दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों पर आपत्ति की। विधि विषय में कई प्रश्नों पर आपत्ति करते हुए कुछ अभ्यर्थियों ने हाइकोर्ट में याचिका दायर कर दी। इस विषय का साक्षात्कार चार से सात मई तक होना था और इसमें 41 सीटों के सापेक्ष 142 सफल हुए थे। मामला हाईकोर्ट जाने पर प्रश्नों की जांच इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों को दी गई। अब तक इस पर फैसला न होने के कारण साक्षात्कार टल गया है। रसायन विज्ञान की परीक्षा में कुछ प्रश्नों पर आपत्ति करते हुए 13 अभ्यर्थी हाईकोर्ट गए। लेकिन इस विषय का साक्षात्कार 25 मार्च से छह अप्रैल तक कराया गया और 13 अप्रैल को परिणाम घोषित कर दिया। इस विषय की 159 पदों के सापेक्ष 146 पदों पर ही परिणाम जारी किया गया है। हाईकोर्ट के निर्देशानुसार जितने अभ्यर्थी कोर्ट गए है, उतने पद (13) छोड़कर परिणाम जारी करने के तहत ऐसा किया गया। हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद इन पदों को भरा जाएगा। ऐसे ही बीएड की लिखित परीक्षा के प्रश्न पर आपत्ति करते हुए एक अभ्यर्थी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। इसलिए एक पद को छोड़कर 112 पदों का परिणाम 28 अप्रैल को जारी कर दिया गया। फिलहाल अभी तक इस विषय के चयनितों को कालेज आवंटित नहीं किया गया है।