उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द 86 हजार सरकारी नौकरियां देने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दौरान श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने शुक्रवार को बताया कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जहां अब तक 18,000 लोगों को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं, वहीं 86,000 नौकरियां उपलब्ध कराने के लिए प्रक्रिया जारी है।
मंत्री अनिल राजभर प्रश्नकाल के दौरान सपा के संग्राम सिंह यादव की ओर से प्रदेश में बेरोजगारी दर बढ़ने को लेकर किये गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उधर, समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार की ओर से संतोषजनक जवाब न मिलने पर विरोधस्वरूप शुक्रवार को विधान सभा से बहिर्गमन किया।
प्रश्नकाल के दौरान सपा के सदस्य मनोज कुमार पांडेय ने बेरोजगारी और सरकारी नौकरियों को लेकर सरकार से सवाल किया था। इस पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने विभाग में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या बताई। उन्होंने कहा कि विभाग का सरकारी नौकरियां दिलाने से कोई लेना-देना नहीं है। मनोज पांडेय श्रम मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि योगी सरकार के पिछले पांच वर्ष के कार्यकाल में 4.5 लाख लोग सरकारी नौकरियां पा चुके हैं। वहीं 3742 रोजगार मेलों के माध्यम से 5,74,587 लोगों को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला है। मनोज पांडेय और सपा के अतुल प्रधान ने कहा कि सरकार नौकरियों के बारे में सही जानकारी नहीं मुहैया करा रही है। इसके बाद सपा के सदस्यों ने सदन से बहिगर्मन किया।
रालोद के समरपाल सिंह के सवाल के जवाब में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि बच्चों को ले जाने वाले 80 प्रतिशत बसों की फिटनेस जांच पूरी हो चुकी है। बाकी 20 प्रतिशत वाहनों की जांच भी जल्द पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना फिटनेस कोई वाहन नहीं चलेगा।